मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमतौर पर एक सख़्त और अनुशासनप्रिय नेता के रूप में देखा जाता है, लेकिन जब बात गोरखपुर के सांसद और भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार रवि किशन की होती है, तो सीएम योगी का अंदाज पूरी तरह बदल जाता है। उनके बीच का रिश्ता न सिर्फ आत्मीय है, बल्कि उसमें हास्य और अपनापन भी झलकता है। सीएम योगी मंच पर रवि किशन की चुटकी लेने का कोई मौका नहीं छोड़ते, और यह जनता के बीच भी खूब पसंद किया जाता है।
आइए जानते हैं ऐसे कुछ दिलचस्प मौके:
1. “रवि किशन के पास बहुत पैसा है” – कल्याण मंडपम कार्यक्रम (2025)
गोरखपुर में कल्याण मंडपम के उद्घाटन के दौरान सीएम योगी ने मंच से कहा कि “रवि किशन जी के पास बहुत पैसा है, 12-15 लाख तो खर्च कर ही सकते हैं।” यह टिप्पणी हल्के-फुल्के अंदाज में थी, लेकिन जनता ने इसे खूब सराहा।
2. “शीशमहल” वाली चुटकी
एक कार्यक्रम में जब रामगढ़ताल किनारे के अर्बन फैसिलिटी सेंटर की बात हो रही थी, तो सीएम योगी ने रवि किशन के घर को ‘शीशमहल’ कहकर मजाक किया – “शीशमहल तो रामगढ़ताल के किनारे है।”
3. “फिल्म फ्री में दिखाओ”
एक बार सीएम योगी ने मंच से जनता से पूछा – “आप लोग रवि किशन की फिल्में देखते हैं? क्या वो फ्री में दिखाते हैं?” फिर उन्होंने हंसते हुए कहा, “मैं कहूंगा कि एक दिन सबको फिल्म फ्री में दिखाएं।”
4. गोरखपुर जू में बाघ के बाड़े वाला मजाक
गोरखपुर जू के एक कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि रवि किशन बाघ के बाड़े में जाने को उत्सुक थे, लेकिन उन्हें रोका गया क्योंकि उन्हें भाषण देना था।
5. आईफा अवॉर्ड पर चुटकी
रवि किशन को फिल्म ‘लापता लेडीज’ के लिए अवॉर्ड मिलने पर सीएम योगी ने जनता से पूछा – “बताइए, दावत दी इन्होंने?” और फिर सब हंस पड़े।
6. “रवि किशन कहां हैं?”
एक मंच पर जब फोटोग्राफर्स ने रवि किशन से सीएम के बगल में आने को कहा, तो योगीजी ने मजाक में कहा, “रवि किशन हैं कहां? चले गए क्या?” रवि किशन तुरंत बोले, “महाराज जी, हम तो आपके पीछे ही खड़े हैं।”
7. “मोह माया में मत पड़िए” – महाकुंभ पर टिप्पणी
महाकुंभ की अपील करते हुए सीएम योगी ने जनता से कहा – “रवि किशन जी की तरह मोह माया में मत पड़िए, स्नान करने जरूर जाइए।”
8. श्मशान घाट पर भाषण – सबसे मजेदार पल
श्मशान घाट उद्घाटन के दौरान रवि किशन के भाषण पर सीएम योगी इतना हंसे कि सिर झुकाकर हाथ माथे पर रख लिया। रवि किशन बोले थे – “जो भी मरने के बाद इस श्मशान घाट पर जलाया जाएगा, उसे सीधा स्वर्ग मिलेगा… मरने वाले को भी बहुत मजा आएगा।”
निष्कर्ष:
सीएम योगी और रवि किशन की जोड़ी गोरखपुर की राजनीति में न सिर्फ मजबूत साझेदारी का प्रतीक है, बल्कि मंच पर उनके बीच की यह मजाकिया केमिस्ट्री जनता से सीधे जुड़ाव का भी माध्यम बन गई है। यह दिखाता है कि एक सख्त छवि वाला नेता भी हास्य को अपनाकर लोगों से आत्मीयता से जुड़ सकता है।