महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासत गरमा गई है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र चुनावों में धांधली के आरोपों पर पलटवार किया है। राहुल गांधी ने एक तरफ जहां महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली का इल्ज़ाम लगाया, तो धर्मेंद्र प्रधान ने इसे उनकी हार का बहाना करार दिया। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी का पुराना ड्रामा है कि चुनाव हारने के बाद वह संस्थानों को बदनाम करते हुए और खुद को एक काल्पनिक सिस्टम के विक्टिम के तौर पर दिखाते हैं।
राहुल के आरोपों पर धर्मेंद्र प्रधान का जवाब
राहुल गांधी के चुनावों में धांधली के आरोपों पर धर्मेंद्र प्रधान ने करारा पलटवार किया। उन्होंने राहुल के X पोस्ट को टैग करते हुए लिखा, ‘राहुल गांधी का महाराष्ट्र चुनाव पर पोस्ट एक पुराना ड्रामा है- चुनाव हारो, संस्थानों को बदनाम करो, झूठी साजिशें गढ़ो, और खुद को एक काल्पनिक सिस्टम का शिकार बताओ। लेकिन भारत का लोकतंत्र किसी खानदानी शख्स की असुरक्षा से कहीं ज्यादा मजबूत है, जो बार-बार मिली हार को स्वीकार नहीं करता। अगर राहुल गांधी को किसी धांधली की चिंता है, तो उन्हें अपनी पार्टी की उस धांधली को देखना चाहिए, जिसमें वो दशकों तक माहिर थी, इमरजेंसी से लेकर आर्टिकल 356 का 90 बार गलत इस्तेमाल कर विपक्षी सरकारों को बर्खास्त करने तक।’
Rahul Gandhi’s post on Maharashtra elections is nothing more than a predictable script—lose elections, discredit institutions, fabricate conspiracies, and portray himself as a victim of an imaginary system. But India’s democracy is far stronger than the insecurities of a dynast… https://t.co/eHtLVjO0Tj
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) June 7, 2025
धर्मेंद्र प्रधान ने आगे लिखा, ‘ये मत भूलिए, यही राहुल गांधी हैं जिन्होंने कैंब्रिज में झूठ बोला कि भारत का लोकतंत्र ‘मर चुका’ है, फिर भी वो चुनाव में हिस्सा लेते हैं, खुलकर प्रचार करते हैं, और हारने पर सिर्फ EVM को दोष देते हैं। चुनाव आयोग की बात करें, तो मोदी सरकार ने ही इसकी प्रक्रिया में सुधार किया और विपक्ष के नेता (LoP) को पैनल में शामिल किया। ये व्यवस्था कांग्रेस के दशकों के शासन में कभी नहीं थी। तो असल में लोकतंत्र की रक्षा कौन कर रहा है? राहुल गांधी को आत्मचिंतन करना चाहिए। मैच फिक्सिंग तब नहीं होती जब आप बुरी तरह हारते हैं; तब होती है जब आप अंपायर को बदनाम करते हैं, क्योंकि जनता आपको वोट नहीं देती।’
आखिर पूरा मसला है क्या?
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में महाराष्ट्र चुनाव में धांधली का इल्ज़ाम लगाया और इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने वोटर लिस्ट से लेकर वोटिंग तक हर कदम पर गड़बड़ी की। दूसरी तरफ, धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल के इल्ज़ामों को खारिज करते हुए कहा कि ये उनकी हार का बहाना है। उन्होंने कांग्रेस के पुराने रिकॉर्ड का हवाला देकर राहुल पर पलटवार किया और कहा कि असल में मोदी सरकार ने ही इलेक्शन कमीशन को ज़्यादा मज़बूत और निष्पक्ष बनाया।