कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में एक सर्वदलीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को अमेरिका दौरा समाप्त किया। इस दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने वाशिंगटन डीसी में कई अमेरिकी राजनयिकों, सांसदों और नीति निर्माताओं से मुलाकात की और पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समक्ष प्रस्तुत किया। प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, उप विदेश मंत्री क्रिस्टोफर लांडाउ, और अन्य प्रमुख नेताओं से भेंट कर भारत के रुख को मजबूती से रखा।
यह दौरा भारत सरकार की उस व्यापक कूटनीतिक पहल का हिस्सा था, जिसके अंतर्गत ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद 33 वैश्विक राजधानियों में सात अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल भेजे गए, ताकि पाकिस्तान की आतंकवाद में संलिप्तता को दुनिया के सामने उजागर किया जा सके। ज्ञात हो कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकी हमले में 26 नागरिकों की जान गई थी, जिसके जवाब में भारत ने यह कूटनीतिक और सैन्य प्रतिक्रिया दी।
प्रतिनिधिमंडल 3 जून को वाशिंगटन पहुंचा था, और तीन दिनों तक कैपिटल हिल में अमेरिकी सांसदों, थिंक टैंक प्रतिनिधियों, मीडिया और प्रवासी भारतीय समुदाय के साथ व्यापक चर्चा की। थरूर ने व्हाइट हाउस में अमेरिका के उपराष्ट्रपति वेंस से लगभग 25 मिनट की मुलाकात को ‘एक्सीलेंट’ बताया। वेंस ने भारत की संयमित परंतु निर्णायक प्रतिक्रिया की सराहना की और पहलगाम हमले को लेकर आक्रोश जताया।
सौ बार जन्म लेंगे तो सौ बार करेंगे
जी भर के अपने वतन से प्यार करेंगे
जो हम से बन पड़ा, "अ वतन" हमने किया है
जो सच था, सारी दुनिया ने अब जान लिया है
समस्त सदस्यों की तरफ से मातृभूमि का और देश विदेश में हिंदुस्तान प्रेमियों का बहुत-बहुत आभार जिन्होंने कान खोल कर सुना और दिल खोल कर… pic.twitter.com/8Do3xJHE2d
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 8, 2025
दौरे के समापन पर, शशि थरूर ने एक भावुक कविता के रूप में हिंदी पोस्ट सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा की, जिसमें उन्होंने भारत के लिए किए गए प्रयासों को समर्पित किया। उन्होंने लिखा:
“सौ बार जन्म लेंगे तो सौ बार करेंगे,
जी भर के अपने वतन से प्यार करेंगे,
जो हम से बन पड़ा, ‘अ वतन’ हमने किया है,
जो सच था, सारी दुनिया ने अब जान लिया है।”
उन्होंने आगे लिखा कि प्रतिनिधिमंडल की ओर से यह संदेश दुनिया तक पहुंचाया गया कि भारत अहिंसा का पक्षधर है, लेकिन अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। थरूर ने विदेशों में बसे भारत प्रेमियों और प्रवासी समुदाय का आभार जताया, जिन्होंने प्रतिनिधिमंडल का खुलकर समर्थन किया।
इस दौरे ने न केवल भारत की कूटनीतिक स्थिति को मज़बूती दी, बल्कि यह भी दिखाया कि आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक सहमति बनाने के लिए भारत अब अधिक सक्रिय, समन्वित और मुखर भूमिका निभा रहा है।