सोनम और राजा की अरेंज मैरिज से मर्डर तक की पूरी कहानी: एक समाजिक रिश्ता जो बना खौफनाक साजिश का शिकार
“जोड़ी ऊपर वाला बनाता है” — इस कहावत को झुठला देने वाली एक चौंकाने वाली घटना ने पूरे इंदौर और मेघालय को हिला दिया है। यह कहानी है राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी की, जिनकी शादी 11 मई 2025 को पूरे समाज की सहमति से हुई थी, लेकिन महज 12 दिन बाद 23 मई को राजा की हत्या मेघालय के जंगलों में कर दी गई। और हैरान कर देने वाली बात ये है कि इस हत्या की मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि उसकी नई-नवेली पत्नी सोनम ही निकली।
कैसे जुड़ा था रिश्ता?
राजा और सोनम दोनों इंदौर के रहने वाले थे और एक ही समाज से संबंध रखते थे। समाज द्वारा हर साल रामनवमी पर आयोजित युवक-युवती परिचय पुस्तिका में 1 अक्टूबर 2024 को दोनों का नाम दर्ज हुआ। न तो दोनों परिवार एक-दूसरे को जानते थे और न ही कभी मिले थे। जब पुस्तिका छपी, तब सोनम के परिवार को राजा का प्रोफाइल पसंद आया। उन्हें यह भी अच्छा लगा कि लड़का इंदौर का ही है — यानी शादी के बाद बेटी दूर नहीं जाएगी।
राजा की मां उमा रघुवंशी बताती हैं कि लड़की वालों ने पहले संपर्क किया और रिश्ता तय हो गया। इसके बाद सब कुछ पारंपरिक ढंग से हुआ और 11 मई 2025 को शादी हो गई।
बिजनेस बैकग्राउंड
राजा रघुवंशी, अपने संयुक्त परिवार का सबसे छोटा बेटा था। वह अपने पारिवारिक ट्रांसपोर्ट व्यवसाय “रघुवंशी ट्रांसपोर्ट” का ऑपरेशन और अकाउंट सेक्शन संभाल रहा था, जो स्कूल और कोचिंग संस्थानों को बसें किराए पर देता था। यह व्यवसाय 2007 से संचालित हो रहा था।
वहीं सोनम रघुवंशी, कुशवाह नगर इंदौर से थी। उसके पिता देवी सिंह रघुवंशी की प्लाईवुड फैक्ट्री थी। सोनम फैक्ट्री का हर विभाग खुद संभालती थी और काफी आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी मानी जाती थी। उसी फैक्ट्री में बिलिंग डिपार्टमेंट में आरोपी राज कुशवाहा काम करता था, जो बाद में इस हत्याकांड का सहआरोपी बना।
मृत्यु और साजिश
20 मई को शादी के महज 9 दिन बाद दोनों हनीमून पर मेघालय रवाना हुए। और 23 मई को राजा की खून से सनी लाश जंगल में मिली। सिर पर दो तरफ से वार, शरीर पर घाव और मोबाइल बंद — यह सब कुछ बताता था कि यह मौत साधारण नहीं बल्कि साजिशन थी। पुलिस को शुरू से ही शक था कि यह सुनियोजित हत्या है।
जांच में सामने आया कि सोनम ने ही हत्या की पूरी साजिश रची थी। उसके साथ 4 और लोग इस साजिश में शामिल थे, जिनमें उसका फैक्ट्री सहकर्मी राज कुशवाहा भी शामिल था। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है।
समाज और परिवार में सन्नाटा
राजा के परिवार में मातम पसरा है और पूरे इंदौर से लेकर मेघालय तक लोग बस एक ही सवाल पूछ रहे हैं —
“अगर रिश्ता पसंद नहीं था, तो तलाक ले लेती… मर्डर क्यों?”
सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है कि “पहले जैसे जमाने में देखे-परखे परिवारों में शादी करना ज़रूरी था” या फिर कि “आधुनिकता के नाम पर जल्दबाज़ी में किए गए रिश्ते कितना खतरनाक मोड़ ले सकते हैं।”
निष्कर्ष: प्यार या प्लान?
सवाल अब यही रह गया है — ये शादी एक सामाजिक बंधन थी या किसी बड़ी साजिश की शुरूआत? राजा का परिवार अभी भी विश्वास नहीं कर पा रहा कि उनका बेटा, जो अपनी ज़िंदगी की नई शुरुआत करने निकला था, उसका अंत एक जंगल में दर्दनाक मौत के साथ होगा। और सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि जिस पर सबसे ज्यादा भरोसा किया, उसी ने धोखा दिया।