प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी दो दिनों में बिहार, ओडिशा और आंध्र प्रदेश का दौरा करेंगे, जहां वह कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे, जनसभाओं को संबोधित करेंगे और अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। यह दौरा न केवल विकास योजनाओं की घोषणाओं से जुड़ा है, बल्कि यह देश के विभिन्न हिस्सों में भाजपा सरकार की उपलब्धियों को रेखांकित करने और आमजन से सीधा संवाद स्थापित करने का भी अवसर है।
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को बिहार के सिवान में 400 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी नई वैशाली-देवरिया रेल लाइन परियोजना का उद्घाटन करेंगे और इस रूट पर नई वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, जो मुजफ्फरपुर और बेतिया के रास्ते पाटलिपुत्र और गोरखपुर के बीच चलेगी। इसके साथ ही सारण जिले के मढ़ौरा रेल इंजन संयंत्र से गिनी गणराज्य को निर्यात के लिए तैयार पहले उच्च-प्रौद्योगिकी लोकोमोटिव को रवाना किया जाएगा, जो ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के दृष्टिकोण को साकार करता है। यह इंजन अत्याधुनिक एसी प्रणोदन प्रणाली, माइक्रोप्रोसेसर आधारित नियंत्रण, और एर्गोनोमिक कैब से सुसज्जित है।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत 1,800 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बने छह मलजल उपचार संयंत्रों (STPs) का भी उद्घाटन करेंगे, जो गंगा नदी के संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पीएम मोदी जल आपूर्ति, बिजली, और शहरी बुनियादी ढांचे से जुड़ी कई अन्य परियोजनाओं की भी शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत वह 53,600 से अधिक लाभार्थियों को पहली किस्त जारी करेंगे और 6,600 से अधिक पूर्ण हो चुके मकानों का गृह प्रवेश समारोह आयोजित कर लाभार्थियों को चाबियां भी सौंपेंगे।
बिहार के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ओडिशा के भुवनेश्वर पहुंचेंगे, जहां वह भाजपा सरकार के एक वर्ष पूर्ण होने पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह की अध्यक्षता करेंगे। इस अवसर पर वह 18,600 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इनमें पेयजल आपूर्ति, सिंचाई, कृषि एवं स्वास्थ्य अवसंरचना, ग्रामीण सड़कें और पुल, राष्ट्रीय राजमार्ग और एक नई रेलवे लाइन शामिल है। खास बात यह है कि पहली बार बौद्ध जिले को राष्ट्रीय रेलवे नेटवर्क से जोड़ने वाली ट्रेन सेवा की शुरुआत होगी। साथ ही प्रधानमंत्री राजधानी क्षेत्र शहरी परिवहन प्रणाली (CRUT) के तहत 100 इलेक्ट्रिक बसों को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जो पर्यावरण-अनुकूल शहरी परिवहन को बढ़ावा देगी। वह साथ ही ‘ओडिशा दृष्टिकोण’ दस्तावेज भी जारी करेंगे, जो राज्य के भविष्य के विकास की रूपरेखा है, विशेषकर 2036 में ओडिशा के गठन के 100 वर्ष और 2047 में स्वतंत्र भारत के 100 वर्ष पूरे होने के दृष्टिगत।
इस दौरे का अंतिम पड़ाव होगा आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, जहां प्रधानमंत्री 21 जून को 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के राष्ट्रीय समारोह का नेतृत्व करेंगे। यह कार्यक्रम समुद्र तट पर आयोजित होगा और इसमें करीब पांच लाख लोग भाग लेंगे। प्रधानमंत्री वहां प्रतिभागियों के साथ निर्धारित योगासन करेंगे। इस आयोजन के साथ पूरे देश में 3.5 लाख से अधिक स्थानों पर सामूहिक योग कार्यक्रम आयोजित होंगे, जो भारत की योग परंपरा को वैश्विक पहचान दिलाने के अभियान का हिस्सा है।
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