12 जून को अहमदाबाद-लंदन एयर इंडिया फ्लाइट हादसे में कम से कम 297 लोगों की जान जाने के बाद, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को सेवा से हटाने का आदेश जारी किया है। इन अधिकारियों पर गंभीर और बार-बार की गई लापरवाही, प्रोटोकॉल उल्लंघन, और क्रू प्रबंधन में चूक के आरोप हैं।
क्या हुआ था हादसे में?
12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान टेकऑफ के चंद सेकंड बाद एक आवासीय इमारत से टकरा गया।
- विमान में सवार 242 यात्रियों में से 241 की मौत हो गई।
- साथ ही, जिस इमारत से विमान टकराया, वहां भी कई लोगों की जान गई, जिससे मौतों की कुल संख्या 297 तक पहुंच गई।
कौन हैं वो तीन अधिकारी जिनपर गिरी गाज?
DGCA ने एयर इंडिया के इन तीन अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया:
- चूरा सिंह – प्रभागीय उपाध्यक्ष
- पिंकी मित्तल – क्रू शेड्यूलिंग संचालन निदेशालय में मुख्य प्रबंधक
- पायल अरोड़ा – क्रू शेड्यूलिंग प्लानिंग विभाग
इन पर निम्नलिखित गम्भीर लापरवाहियाँ पाई गईं:
- अनधिकृत और नियमों के विपरीत क्रू टीमों का गठन
- लाइसेंस और योग्यता की अनदेखी
- शेड्यूलिंग प्रोटोकॉल का उल्लंघन
- एविएशन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम और क्रू मैनेजमेंट में खामी
एयर इंडिया की रिपोर्ट से हुआ खुलासा
एयर इंडिया ने स्वयं आंतरिक ऑडिट और समीक्षा में इन गड़बड़ियों का खुलासा किया, जिसके बाद DGCA ने सख्त कदम उठाया।
DGCA के अनुसार, “स्वैच्छिक रिपोर्टों ने शेड्यूलिंग, निगरानी और जवाबदेही में गम्भीर खामियों की ओर इशारा किया है, जिनमें वरिष्ठ नेतृत्व की भूमिका भी स्पष्ट है।”
DGCA का आदेश: बर्खास्तगी और भूमिका से हटाना
DGCA ने तीनों अधिकारियों को तत्काल:
- चालक दल की रोस्टरिंग व शेड्यूलिंग से हटाने का निर्देश दिया
- गैर-परिचालन (non-operational) भूमिकाओं में पुनः नियुक्त करने का आदेश
- आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई 10 दिनों में शुरू करने और उसकी रिपोर्ट DGCA को देने का निर्देश
🔴 भविष्य में ऐसी किसी भी चूक पर लाइसेंस रद्द करने या ऑपरेटर की अनुमति वापस लेने जैसी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या कहता है यह कदम?
यह कार्रवाई भारत के नागरिक उड्डयन इतिहास में दुर्लभ है, जब इस स्तर पर सीधे जवाबदेही तय करते हुए वरिष्ठ अधिकारियों की सेवाएं समाप्त की गई हैं। यह इस बात का भी संकेत है कि DGCA अब लापरवाह रवैये के प्रति बिल्कुल भी सहनशील नहीं है।
निष्कर्ष: एक कड़वा सबक और सुधार की दिशा
अहमदाबाद विमान हादसा न केवल मानवीय त्रासदी है, बल्कि यह विमानन प्रबंधन और नियामक संरचना की कमजोरियों को भी उजागर करता है। DGCA की यह कार्रवाई एक कड़ा संदेश है कि क्रू शेड्यूलिंग और सुरक्षा मानकों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
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