गत दिनों जून में संगमनेर (अहमदनगर) में लव जिहाद और अन्य हिंदू-विरोधी गतिविधियों के विरोध में भगवा मार्च निकाला गया। इसमें हजारों हिंदुओं ने भाग लिया। मार्च को समर्थन देने के लिए संगमनेर के कारोबारियों ने अपनी दुकानें बंद रखीं। कुछ दिन पहले संगमनेर तहसील के जोर्वे गांव में आठ हिंदू युवकों पर मजहबी उन्मादियों ने हमला किया था।
इससे पहले भी ऐसी अनेक घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे हिंदू समाज में गुस्सा है। भागवा मार्च में उसी रोष की अभिव्यक्ति हुई। वक्ताओं ने मांग की कि जिहादी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बने। इसके साथ ही वक्ताओं ने हिंदू समाज से कहा कि अपने हितों के लिए सारे मतभेद भुलाकर एक हों।