देश में महिलाओं के लिए सरकार महिला सम्मान बचत योजना चला रही है। भारत की कोई भी महिला और बेटी इस एकमुश्त योजना को अपने नाम से खोलवा सकती है।
इस योजना को 2023-24 के बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और लड़कियों सहित महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पेश किया गया था।
महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र केवल बालिका या महिला के नाम पर ही बनवाया जा सकता है। इस योजना पर अर्जित ब्याज का भुगतान मैच्यौरिटी पर किया जाता है हालांकि ब्याज हर त्रैमासिक रूप से संयोजित होता है।
इस योजना के लिए निवेश पर रिटर्न की गणना एक सिंपल इंटरेस्ट रेट के सूत्र का उपयोग करके की जाती है। महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र पर रिटर्न की गणना साप्ताहिक रूप से की जाती है और निवेश किए गए पैसों की, संचयी फिक्स्ड डिपॉजिट या पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट प्रोग्राम के समान चक्रवृद्धि की जाती है।
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए अगर आप इस योजना में 2 लाख रुपये निवेश कर सकते हैं तो आपको पहली तिमाही के बाद 3,750 रुपये का ब्याज मिलेगा। दूसरी तिमाही के अंत में इस राशि का पुनर्निवेश करने पर आपको 3,820 रुपये का ब्याज मिलेगा। बांड के परिपक्व होने पर आपको 2,32,044 रुपये मिलेंगे।
आपको बता दें कि 2023 से 2025 के बीच महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र दो साल की अवधि के लिए दिया जाएगा। इन दो साल के लिए 7.5 प्रतिशत की निश्चित ब्याज दर मिलता है।
ब्याज पर कटेगा TDS
CBDT की और से एक महीने पहले यानी 16 मई 2023 को जारी एक अधिसूचना में जानकारी दी थी कि योजना से अर्जित ब्याज पर कोई टैक्स छूट नहीं दिया जाएगा। आयकर की धारा 194A के तहत टीडीएस तब लागू होता है जब एक वित्तीय वर्ष में योजना से अर्जित ब्याज 40,000 रुपये से अधिक हो।
योजना में किसे करना चाहिए निवेश?
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र में देश की महिलाओं और बेटियों को उम्र और बिजनेस की परवाह किए बिना सभी को निवेश करना चाहिए।
चूंकी यह योजना सरकारी गारंटी के साथ आती है इसलिए इसमें जोखिम कम है। इस प्रमाणपत्र में निवेश करके महिलाएं सरकार समर्थित योजना का लाभ उठाते हुए अपनी बचत पर एक निश्चित रिटर्न कमा सकती हैं।