गन्ने की खेती करने वाले किसानों के लिए गुड न्यूज है. केंद्र सरकार ने द कमीशन फॉर एग्रीकल्चर कास्ट्स एंड प्राइज की सिफारिश पर गन्ने की एफआरपी बढ़ाने के लिए हरी झंडी दे दी है. इसके साथ ही गन्ना उत्पादक किसानों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है. कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार के इस फैसले से लाखों किसानों को फायदा पहुंचेगा. खास कर उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के किसान सबसे अधिक लाभांवित होंगे.
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक के बाद केंद्र सरकार ने गन्ने की एफआरपी बढ़ाने का निर्यण लिया है. कहा जा रहा है कि सरकार एफआरपी में 10 रुपये की बढ़ोतरी कर सकती है. अब गन्ने की एफआरपी 305 रुपये से बढ़कर 315 रुपये प्रति क्विंटल हो सकती है. खास बात यह है कि अक्टूबर से नया शक्कर वर्ष शुरू हो रहा है. ऐसे में सरकार का यह फैसला किसानों के लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा. वहीं, कुछ लोग केंद्र सरकार के इस फैसले को राजनीति से भी जोड़कर देख रहे हैं. लोगों का कहना है कि अगले साल आम चुनाव होने वाले हैं. ऐसे एफआरपी बढ़ाने से उत्तर प्रदेश के साथ- साथ कई राज्यों के किसानों को सीधा फायदा होगा.
#WATCH | Delhi: The cabinet has approved the highest ever Fair and Remunerative Price of Rs.315/qtl for Sugarcane Farmers for sugar season 2023-24. The decision to benefit 5 crore sugarcane farmers and their dependents, as well as 5 lakh workers employed in the sugar mills and… pic.twitter.com/mW5RgQZIl9
— ANI (@ANI) June 28, 2023
महाराष्ट्र में किसानों ने 14.9 लाख हेक्टेयर में गन्ने की बुवाई की थी
बता दें कि उत्तर प्रदेश गन्ना उत्पादन के मामले में नंबर वन राज्य है. यहां पर लाखों किसान गन्ने की खेती से जुड़े हुए हैं. फसल सीजन 2022- 23 के दौरान UP में 28.53 लाख हेक्टेयर में गन्ने की फार्मिंग की गई. वहीं, महाराष्ट्र में किसानों ने 14.9 लाख हेक्टेयर में गन्ने की बुवाई की थी. जबकि पूरे भारत में गन्ने का रकबा 62 लाख हेक्टेयर है. ऐसे में हम कह सकते हैं, देश में गन्ने के कुल रकबे में उत्तर प्रदेश की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत है.
चीनी का उत्पादन घटकर 32.8 मिलियन पर पहुंच गया है
उत्तर प्रदेश में चीनी मिलों की संख्या 119 है और 50 लाख से अधिक फार्मर्स गन्ने की खेती करते हैं. इस साल यूपी में 1102.49 लाख टन गन्ने की उपज हुई थी. चीनी मिलों में 1,099.49 लाख टन गन्ने की पेराई की गई. इससे मिलों ने 105 लाख टन चीनी का प्रोडक्शन किया. ऐसे उत्तर प्रदेश के शामली जिले में सबसे अधिक गन्ने की उपज होती है. इस जिले में औसत 962.12 क्विंटल प्रति हेक्टेयर गन्ने की पैदावार है. इस साल पूरे देश में चीनी का उत्पादन 35.76 मिलियन टन से घटकर 32.8 मिलियन पर पहुंच गया है.