भाजपा विधायक फोसुम खिमहून का शनिवार सुबह दिल का दौरा पड़ने से ईटानगर के एक अस्पताल में निधन हो गया। 63 वर्ष के फोसुम खिमहुन चांगलांग जिले के चांगलांग दक्षिण के विधायक थे। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं।
फोसुम खिमहून पहली बार साल 2004 में चांगलांग दक्षिण सीट से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। साल 2009 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर विधायकी का चुनाव जीता था।
2019 में भाजपा के टिकट पर चुनाव जीता
खिमहून अरुणाचल प्रदेश के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाते थे। उन्होंने 2014 के विधानसभा चुनावों में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल के उम्मीदवार के तौर पर फिर से चुनाव जीता। वहीं, 2019 में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में विधायक बनकर अरुणाचल विधानसभा में कदम रखा।
I am shocked at the passing away of Hon’ble BJP MLA Shri Phosum Khimhun from Changlang South assembly constituency. My deepest condolences to the bereaved family members, friends, kin and followers! 🙏
Late Shri Khimhun was dedicated to the service of his people, the region's… pic.twitter.com/yDqLQZsDud
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (Modi Ka Parivar) (@PemaKhanduBJP) March 9, 2024
पेमा खांडू ने खिमहून की मौत पर दुख जताया
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने विधायक फोसुम खिमहून की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं चांगलांग दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से माननीय भाजपा विधायक फोसुम खिमहून के निधन से स्तब्ध हूं। शोक संतप्त परिवार के सदस्यों, दोस्तों, रिश्तेदारों और अनुयायियों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है।”
खिमहुन अरुणाचल के विकास के लिए समर्पित थे- सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि खिमहुन अपने लोगों की सेवा, क्षेत्र के विकास और अरुणाचल प्रदेश के विकास के लिए समर्पित थे। उन्होंने कहा, “राज्य की समावेशी प्रगति के लिए फोसुम खिमहून के सौहार्द, प्रतिबद्धता और चिंता की कमी हमेशा खलेगी। भगवान बुद्ध दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके प्रियजनों को इस दुखद क्षण से निपटने की शक्ति दें।”
ऐसा रहा राजनीतिक सफर
इसके बाद साल 2019 के विधानसभा चुनावों में, उन्होंने भाजपा के टिकट पर सवार होकर एनपीपी के जम्पा थ्रिनली कुनखाप को 1288 मतों से हराया. जंबे ताशी को 4567 वोट मिले जबकि जम्पा थ्रिनली कुंकप को 3279 वोट मिले.