भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ असम में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने दी है. उन्होंने कहा,
इससे पहले मंगलवार (23 जनवरी) को राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को गुवाहाटी में प्रवेश करने से रोक दिया गया. इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और बैरिकेड तोड़ दिए. इसके बाद हिमंत बिस्व सरमा ने कहा डीजीपी को मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दे दिया था.
क्या था पूरा मामला?
गुवाहाटी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई थी। राहुल गांधी ने बस के ऊपर खड़े होकर लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस के लोगों ने अवरोधक हटा दिए हैं, लेकिन हम कानून नहीं तोड़ेंगे। राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों को बब्बर शेर करार दिया था। उन्होंने कहा था कि आपको यह नहीं सोचना चाहिए कि हम कमजोर हैं। हमने अवरोधक हटा दिए हैं।
सीएम हिमंत ने दी धाराओं की जानकारी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट करके बताया है कि कांग्रेस सदस्यों द्वारा हिंसा, उकसावे, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और पुलिस कर्मियों पर हमले के अनियंत्रित कृत्यों के संदर्भ में राहुल गांधी, के.सी. वेणुगोपाल, कन्हैया कुमार और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ धारा 120 (बी) 143/147/188/283/353/332/333/427 आईपीसी आर/डब्ल्यू धारा 3 पीडीपीपी अधिनियम के तहत एक FIR दर्ज़ की गई है। इससे पहले सीएम ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को अवरोधक तोड़ने के लिए भीड़ को उकसाने को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश दिया था।
सरमा ने दिया था केस दर्ज करने का निर्देश
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा, ”मैंने असम पुलिस के महानिदेशक को भीड़ को उकसाने के लिए आपके नेता राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है.”
With reference to wanton acts of violence, provocation , damage to public property and assault on police personnel today by Cong members , a FIR has been registered against Rahul Gandhi, KC Venugopal , Kanhaiya Kumar and other individuals under section…
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 23, 2024
राहुल ने भीड़ को उकसाया- सीएम सरमा
मुख्यमंत्री हिमंत सरमा ने राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने राहुल गांधी के भाषण का एक वीडियो साझा करते हुए एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- “प्रमाण सामने आ रहे हैं कि किस प्रकार से राहुल गांधी और जितेंद्र सिंह ने भीड़ को असम पुलिस के जवानों को मारने के लिए भड़काया। हमारे जवान जनता के सेवक हैं, किसी शाही परिवार के नहीं। निश्चिंत रहिए, क़ानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं, आप तक जरूर पहुंचेंगे।”
उन्होंने कहा, ”यह (हिंसा) असम की संस्कृति का हिस्सा नहीं है. हम एक शांतिपूर्ण राज्य हैं. इस तरह के नक्सलवादी हथकंडे हमारी संस्कृति से बिल्कुल विपरीत हैं. आपके गैर-जिम्मेदाराना रवैये और दिशा-निर्देशों के की वजह से गुवाहाटी की सड़कों पर जाम लग गया.”
राहुल गांधी ने दिया जवाब
वहीं, मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “असम के मुख्यमंत्री जो कर रहे हैं, उससे यात्रा को फायदा हो रहा है. जो प्रचार हमें नहीं मिलता, वह मिल रहा है. उसमें असम के मुख्यमंत्री और शायद उनके पीछे गृह मंत्री अमित शाह हमारी मदद कर रहे हैं. असम में आज मुख्य मुद्दा यात्रा बन गया है.”