असम में सूखे के बाद अब भीषण बाढ़ का कहर बरपा है. बाढ़ से पूरे राज्य के कई शहर और गांव जलमग्न हो गए हैं. बुधवार को बाढ़ की वजह से हालात और भी बदतर हो गए. बाढ़ से अब तक 1.2 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं. बाढ़ का पानी करीब 10 जिलों तक पहुंच चुका है. असम स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी के अनुसार 1 लाख 19 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जो कि बक्सा, बारपेटा, दरांग, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, लखीमपुर, नलबारी, शोणितपुर और उदलगिरी जिलों के अंतर्गत आते हैं.
राज्य का नलबारी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ हैं, यहां पर करीब 45000 हजार लोग बाढ़ के गिरफ्त में आए हैं, वहीं बक्सा में 26000 और लखीमपुर में 25000 लोग बाढ़ की वजह से प्रभावित हैं. मंगलवार तक करीब 34 हजार लोग ही इससे प्रभावित थे, लेकिन बुधवार को यह स्थिति और भी भयानक हो गई. प्रशासन की ओर से 5 जिलों में 14 रिलीफ कैंप चलाए जा रहे हैं जहां पर बाढ़ प्रभावित लोगों को शेल्टर दिया गया है. यहां पर कुल 2091 लोगों को आसरा दिया गया है. इसके अलावा 17 रिलीफ डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स 5 जिलों में चलाए जा रहे हैं.
#WATCH | Several villages in Assam, flooded following torrential rain in the past few days pic.twitter.com/ln1Iy3ChXQ
— ANI (@ANI) June 22, 2023
780 गांवों में भरा पानी
असम में राहत एवं बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर एंड इमरजेंसी सर्विस, सिविल एडमिनिस्ट्रेशन, एनजीओ और स्थानीय लोग दिन रात लगे हुए हैं. अभी तक अलग-अलग जगहों से करीब 1280 लोगों को बचा लिया गया है. एएसडीएमए के अनुसार वर्तमान में 780 गांव जलमग्न हैं और करीब 10 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि में पानी भरा है जिससे खेती को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है.
#WATCH | Flood situation in Assam's Nalbari remains grim as water level rises following incessant rainfall; visuals from Moiraranga village of Nalbari pic.twitter.com/vFVQvFSikV
— ANI (@ANI) June 22, 2023
बक्सा, बारपेटा, सोनितपुर, धुबरी, डिब्रूगढ़, कामरूप, कोकराझार, लखीमपुर, माजुली, मोरीगांव, नागांव, दक्षिण सलमारा और उदलगुरी में बड़े पैमाने पर कटाव देखे गए हैं. इसमें कहा गया है कि दीमा हसाओ और कामरूप मेट्रोपॉलिटन ने बताया कि भारी बारिश के कारण इन इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं. इन इलाकों में कई जगहों पर पानी भरा हुआ है. अथॉरिटी ने कहा है कि एएसडीएमए ने कहा कि रोड ब्रिज पर ब्रह्मपुत्र की सहायक नदियां बेकी रोड ब्रिज पर, पगलाडिया एनटी रोड पर और पुथिमारी एनएच रोड पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
IMD ने जारी किया ओरेंज अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य में ओरेंज अलर्ट जारी किया है. विभाग ने ज्यादा और बहुत ज्यादा बारिश की संभावना राज्य के कई जिलों में बताई है. “अगले दो दिनों के दौरान बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर भारत में निम्न-स्तर की दक्षिणी/दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के कारण बारिश जारी रहने की संभावना है. आईएमडी के स्थानीय मौसम विभाग केंद्र ने कहा है कि अगले दो दिनों तक इन हवाओं की वजह से पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. इसके बाद स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होगी.
चाय की फसल को नुकसान
टी रिसर्च एसोशिएशन ने बताया है कि असम और पश्चिम बंगाल में जून के महीने में पहले हफ्ते में सूखा होने की वजह से पहले ही चाय की फसल को 15 से 35 प्रतिशत तक नुकसान हुआ है. वहीं अब बारिश की वजह से इसकी खेती प्रभावित हो सकती है जिससे फसलों की आवक पर काफी प्रभाव पड़ेगा. बताया जा रहा है कि मौसम की इस प्रदेश में पिछले 40 सालों में ऐसी स्थिति नहीं देखी गईह है.