असम में अब तक का सबसे बड़ा निवेश टाटा ग्रुप ने किया है। टाटा ग्रुप असम के मोरिगाँव के जगीरोड में 27 हजार करोड़ रुपए के निवेश से सेमीकंडक्टर चिप के उत्पादन के लिए फैक्ट्री लगा रही है। अब असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मुंबई जाकर रतन टाटा और टाटा ग्रुप की लीडरशिप से मुलाकात की है। रतन टाटा से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा है कि उन्होंने टाटा ग्रुप से अनुरोध किया है कि वो जगीरोड की फैक्ट्री में ही एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर भी खोले, ताकि सिर्फ असम ही नहीं, बल्कि नॉर्थ-ईस्ट के सभी राज्यों के युवाओं को इस इंडस्ट्री से जुड़ी ट्रेनिंग मिल सके और उन्हें रोजगार भी मिल सके। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर टाटा ग्रुप के साथ सहमति भी बन गई है। वहीं, रतन टाटा ने कहा है कि ये फैक्ट्री सेमीकंडक्टर के उत्पादन की दुनिया में असम का नाम ऊपर उठाएगी।
हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर रतन टाटा और टाटा ग्रुप के शीर्ष अधिकारियों के साथ मुलाकात की तस्वीरें पोस्ट की। उन्होंने एक्स पर लिखा, “आज टाटा नेतृत्व के साथ मेरे विचार-विमर्श के दौरान हम एक कौशल विकास केंद्र बनाने पर सहमत हुए जो जगीरोड में सेमीकंडक्टर सुविधा के परिसर में सह-स्थित होगा। यह सेंटर नॉर्थ-ईस्ट के युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स में ट्रेनिंग देकर उन्हें सक्षम बनाएगा और उन्हें जगीरोड सेंटर में ही नौकरियाँ दिलाने में मदद करेगा।”
Today during my deliberations with the Tata leadership we agreed to create a Skill Development Centre that will be co-located within the premises of the semiconductor facility in Jagiroad.
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— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) March 20, 2024
उन्होंने आगे लिखा, “पहले से ही असम के 1500 युवा, जिसमें अधिकतर महिलाएँ हैं, वो बेंगलुरू और टाटा ग्रुप के अन्य सेंटर्स में प्रशिक्षण ले रहे हैं। ये सेंटर जब 2025 में जब काम करना शुरू कर देगा, तो इससे हम (असम) सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में अग्रणी भूमिका आ जाएँगे।”
साल 2025 में शुरू हो जाएगा सेमीकंडक्टर का उत्पादन
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बताया है कि साल 2025 तक असम में सेमीकंडक्टर का उत्पादन शुरू हो जाएगा। 27 हजार करोड़ रुपए की इस परियोजना में उत्पादन शुरू होने के साथ ही असम सेमीकंडक्टर के उत्पादन में दुनिया के मैप पर आ जाएगा। हिमंता ने कहा कि वो असम के लोगों की तरफ से मुंबई में रतन टाटा से मिले और टाटा ग्रुप के शीर्ष अधिकारी एन. चंद्रशेखरन से मिले और उन्हें असम में भरोसा जताने और गेम चेजिंग निवेश के लिए शुक्रिया अदा दिया। उन्होंने कहा कि हम साल 2025 में चिप उत्पादन की शुरूआत की उम्मीद कर रहे हैं।
The upcoming ₹27,000cr Tata semiconductor facility in Assam will put us on the world semiconductor map and transform the economic landscape of East India.
On behalf of the people of Assam, today in Mumbai I conveyed our heartfelt gratitude to Shri @RNTata2000 and Shri N… pic.twitter.com/nOwNLfzU3j
— Himanta Biswa Sarma (Modi Ka Parivar) (@himantabiswa) March 20, 2024
रतन टाटा ने की हिमंता बिस्वा सरमा की तारीफ
इस बीच, खुद रतन टाटा ने असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को दूरदर्शी बताते हुए तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि असम को निवेश के लिए तैयार करने के लिए सरकार ने बहुत अच्छा काम किया है। असम में बनने वाली सेमीकंडक्टर फैसिलिटी असम को दुनिया के मानचित्र पर स्थापित कर देगा, दोनों हिमंता बिस्वा सरमा के दूरदर्शनी नेतृत्व की वजह से संभव हो सका। इसके लिए मैं उनका धन्यवाद भी करता हूँ।
The investments being made in Assam transform the state in complex treatment for cancer care. Today, the state government of Assam in partnership with the Tata group will make Assam a major player in sophisticated semiconductors. This new development will put Assam on the global… pic.twitter.com/Ut0ViaA38N
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) March 20, 2024
बता दें कि टाटा ग्रुप भारत के दो राज्यों में सेमीकंडक्टर के उत्पादन के लिए फैक्ट्री लगा रहा है। टाटा कंपनी अमेरिकी कंपनी माइक्रोन के लिए गुजरात के साणंद में चिप असेंबली और टेस्टिंग सेंटर लगा रही है, जिसमें 22,500 करोड़ की लागत लग रही है। और अब असम में भी टाटा कंपनी सेमीकंडक्टर के उत्पादन के लिए अपना सेंटर खोल रही है।