बिहार में लगातार गिरते पुल के मामले को गंभीरता से लेते हुए बिहार सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। राज्य सरकार ने लापरवाही बरतने के चलते 15 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया है। जल संसाधन विभाग के 11 और ग्रामीण कार्य विभाग के 4 इंजीनियर शामिल हैं। इसके साथ ही दो इंजीनियर्स से स्पष्टीकरण मांगा गया है।
6 पुराने और 3 निर्माणाधीन पुलिया ध्वस्त
राज्य सरकार की ओर से यह कहा गया है कि सूबे के विभिन्न जिलों में पिछले दिनों 9 पुल और पुलिया ध्वस्त हो गए थे। इनमें से 6 बहुत पुराने थे जबकि 3 निर्माणाधीन थे। राज्य सरकार के मु्ताबिक विभागीय जांच में यह पाया गया कि संबंधित इंजीनियर्स ने इन पुल और पुलिया को सुरक्षित रखने के लिए एहतियातन उपाय नहीं किए गए। साथी संवेदक के स्तर पर भी लापरवाही बरती गई है।
After the recent collapse of 9 bridges in Bihar, the state government has suspended 11 engineers.
Bihar Rajya Pul Nirman Nigam Ltd has been directed to immediately provide budget estimates for the speedy construction of new bridges and approve the said work. New bridges will be… pic.twitter.com/idmvIabw96
— ANI (@ANI) July 5, 2024
नए पुलों के निर्माण का आदेश
बता दें कि राज्य सरकार ने नए पुलों के निर्माण का आदेश भी दिया है। इसके अलावा राज्य पुल निर्माण निगम से जल्द से जल्द रख रखाव और मरम्मत का अनरोध किया गया है। पिछले दिनों सीवान, अररिया, पश्चिम चंपारण समेत कई जगहों पर पुल गिरने की घटनाएं सामने आने के बाद सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए इंजीनियर्स को सस्पेंड कर दिया है।
सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर
बिहार में लगातार पुल गिरने के मामले ने प्रदेश में सियासी तुफान ला दिया है। जहां तेजस्वी यादव एनडीए सरकार को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, वहीं बिहार सरकार के मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने तेजस्वी पर ही हमला बोल दिया है। उन्होंने कहा कि अच्छी पुल रखरखाव नीति लागू नहीं करने के लिए तत्कालीन डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव जिम्मेदार हैं।