बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन के बाद उनके अंतिम संस्कार को राजकीय सम्मान के साथ किए जाने की घोषणा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की है। शारदा सिन्हा ने अपने जीवन में बिहार और पूरे भारत में लोक संगीत को पहचान दिलाई और उनकी मधुर आवाज़ ने भोजपुर, मैथिली, और मगही जैसे कई भाषाओं में लोक संगीत को अमर कर दिया। उनके गीत छठ पूजा, विवाह, और अन्य सांस्कृतिक अवसरों पर विशेष रूप से लोकप्रिय हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा और उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा ताकि उनके प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त किया जा सके। शारदा सिन्हा का जाना लोक संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे लंबे समय से बीमार थीं और दिल्ली के एम्स में उनका इलाज चल रहा था। उनकी हालत पिछले कुछ दिनों से काफी नाजुक थी और मंगलवार को उन्हें वेंटीलेटर सपोर्ट पर रखा गया था। रात 9 बजकर 27 मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। शारदा सिन्हा को बिहार की “स्वर कोकिला” के रूप में जाना जाता था, और विशेष रूप से छठ पूजा के उनके गीतों ने उन्हें लोक संगीत में अमर बना दिया। उनके निधन से लोक संगीत के एक युग का अंत हो गया है, और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा के निधन पर बयान जारी किया। pic.twitter.com/Z4mTOgrzq7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 5, 2024
राजकीय सम्मान के साथ होगा शारदा सिन्हा का अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री ने शारदा सिन्हा के निधन की सूचना मिलते ही स्थानिक आयुक्त नई दिल्ली को शारदा सिन्हा के परिवार के सदस्यों से समन्वय स्थापित कर उनका पार्थिव शरीर वायुयान से पटना भेजने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी पटना को निर्देश दिया है कि राजकीय सम्मान के साथ शारदा सिन्हा के अंतिम संस्कार के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था ससमय सुनिश्चित करेंगे।