बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिला है नालंदा। यहीं पर वर्धमान आयुर्विज्ञान संस्थान, पाhttps://oneindianews.com/मुझे-प्यार-करो-बाथरूम-चल/वापुरी नाम का मेडिकल कॉलेज है। यह मेडिकल कॉलेज छात्राओं के साथ कथित यौन शोषण को लेकर चर्चा में है।
छात्राओं ने एचओडी समेत 5 लोगों पर छेड़खानी के आरोप लगाए हैं। बिहार पुलिस ने एक्स/ट्विटर पर एक पोस्ट के जरिए बताया है कि इस मामले में एचओडी विजेंद्र प्रसाद, डॉक्टर निर्मल कुमार, डॉक्टर जितेश, डॉक्टर अजय कुमार और क्लर्क निरंजन कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पावापुरी ओ०पी अंतर्गत अवस्थित V.I.M.S पावापुरी मेडिकल कॉलेज की छात्रा के द्वारा आरोप लगाया गया कि दिनांक 06.12.23 को प्रायोगिक एवं मौखिक परीक्षा के दौरान अस्पताल के निश्चेतना विभाग में वहां के डॉक्टरों एवं अन्य के द्वारा छेड़खानी किया गया है। pic.twitter.com/4zNu0a7ghD
— Nalanda Police (@PoliceNalanda) December 7, 2023
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार छात्राओं का कहना है कि एचओडी ने परीक्षा में पास करने के लिए उन्हें अपने कमरे में बुलाकर किस करने की कोशिश की। आरोपितों ने उनसे बाथरूम चलने को कहा। कहा कि मुझे प्यार करो तो पास करेंगे। छात्राओं ने अश्लील बात करने के लिए मजबूर करने का भी आरोप लगाया है।
दैनिक भास्कर ने एक छात्रा के हवाले से बताया है कि मेडिकल कॉलेज में 6 दिसंबर 2023 को मौखिक परीक्षा थी। छुट्टी होने के बाद छात्राएँ अपने कमरे पर चली गईं। इसके बाद उन्हें फोन कर कॉलेज बुलाया गया। कॉलेज आने पर एचओडी इन छात्राओं को एक-एक कर कमरे में बुलाया और अश्लील हरकत की।
छात्रा के अनुसार, “सर ने कहा तुम्हारे इतने कम नंबर आए हैं। क्या करोगी। पास होगी या फेल। मैंने कहा पास होना है। वे बोले-उधर चलो, बाथरूम की ओर। मैंने मना किया तो जबरदस्ती पकड़ लिया। मैं रोने लगी तो मुझे छोड़ दिया। डॉक्टर अजय कुमार, डॉक्टर जीतेश कुमार ने मुझे पकड़ रखा था।”
एक अन्य छात्रा के अनुसार घटना के वक्त आरोपित नशे की हालत में थे। उससे पूछा गया कि यदि उसे टॉप कर दिया गया तो बदले में वह क्या करेगी। कथित तौर पर डॉक्टर निर्मल कुमार ने उससे पैर छुकर आशीर्वाद लेने को कहा। लेकिन पैर छुने को वह जैसी ही झुकी उसे पकड़ कर किस करने की कोशिश की। पीड़ित छात्राएँ ओटी असिस्टेंट की पढ़ाई कर रही हैं।
छात्राओं का यह भी आरोप है कि शुरुआत में उनके आरोप को गंभीरता से नहीं लिया गया। पुलिस ने उन्हें थाने से भगा दिया। हालाँकि स्थानीय ओपी प्रभारी अनीता कुमारी ने इस आरोप को गलत बताया है। कहा है कि पुलिस मामले की जाँच कर रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीं कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अशोक कुमार का कहना है कि मामले की जाँच के लिए जिलाधिकारी ने एक टीम का गठन किया है।