वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने आज अपना पहला बजट पेश किया। बजट पेश करने के दौरान सदन में विपक्ष का हंगामा जारी रहा। वहीं हंगामा करते हुए विपक्ष के विधायक वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे। इस दौरान विपक्ष के सदस्यों ने रिपोर्टिंग टेबल को पटकने की कोशिश भी की। हालांकि बाद में विपक्षी सदस्य सदन से वॉक आउट कर गए। बिहार का बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कई बड़ी बातें कही। अपने बजट भाषण में सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं पहली बार वित्त मंत्री की हैसियत से बजट पेश कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था दूसरे राज्यों से बेहतर रही है।
बिहार का विकास दर 10.4 प्रतिशत
सम्राट चौधरी ने कहा- बिहार का विकास दर दूसरे राज्यों के काफी आगे है. तेज विकास दर राज्य के लिए गर्व की बात है. बिहार का विकास दर 10.4% देश में सबसे ज्यादा है. सकल घरेलू उत्पाद डेढ़ गुना बढ़ा. बिहार में परिवहन और संचार का बजट बढ़ा है. परिवहन और संचार का बजट 46,729 करोड़ है. शिक्षा और स्वास्थ्य के साथ सामाजिक विकास पर जोर दिया गया है. आर्थिक विकास के साथ सामाजिक विकास पर जोर है. सम्राट चौधरी ने बजट पेश करते हुए कहा कि प्राथमिक और उच्च विद्यालय में ड्रॉप आउट घटा
SC-ST समाज के बच्चों के सपने पूरे हो रहे हैं. राज्य में खेल संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हैं. खिलाड़ी ज्यादा पदक लाएं इसके लिए काम हो रहा है.
आर्थिक विकास के साथ हो रहा सामाजिक विकास
आगे बोलते हुए वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद में डेढ़ गुना वृद्धि हुई है। औद्योगिक क्षेत्र में लगातार बेहतर काम किया जा रहा है। बिहार में परिवहन और संचार क्षेत्र का आकार 46 हजार 729 करोड़ हो गया है, पशुपालन का बजट 12525 करोड़ से बढ़कर अब 28 हजार 621 करोड़ का हो गया है। राज्य सरकार की कृषि केंद्रित योजनाओं से किसान पूर्ण रूपेण लाभान्वित हो रहे हैं। सामाजिक विकास को लेकर कई योजनाएं चलाई गईं। राज्य में आर्थिक विकास के साथ सामाजिक विकास हो रहा है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक जागरूकता को प्राथमिकी दी गई है।
स्वास्थ्य और खेल के क्षेत्र को मिल रहा प्रोत्साहन
उन्होंने कहा कि बिहार में मातृ मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से बेहतर है, इसमें 27 प्रतिशत की कमी हुई है। प्राथमिक एवं उच्च शिक्षा में ड्राप आउट कम हुआ है। इसके साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के बच्चों के सपनों को पूरा करने की दिशा में राज्य सरकार काम कर रही है। राज्य के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित किया जा रहा है। जीविका दीदी की सेवाओं को सराहा गया है। सरकार की योजना के तहत ग्रामीण इलाकों में हर घर नल का जल पहुंचाया गया है।
बिजनेस के साथ पर्यटन पर भी ध्यान
सम्राट चौधरी ने आगे बजट के भाषण में कहा कि राज्य सरकार ने चतुर्थ कृषि रोड मैप लागू किया है। बिहार में बिहार बिजनेस कनेक्ट का आयोजन किया गया, जिसमें 50 हजार 503 करोड़ के निवेश पर एमओयू साइन किया गया। स्वरोजगार के लिए 94 लाख परिवारों को 2 लाख अनुदान देने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही बिहार में पर्यटन की अपार संभावना है, इस दिशा में भी पर्यटन नीति लागू की गई है।
गरीब परिवार को 2 लाख रुपये देने का फैसला
वित्त मंत्री ने कहा कि जीविका के माध्यम से समाज में बदलाव की कोशिश की गयी है. राज्य के विकास में जीविका की बड़ी भूमिका है. ग्रामीण इलाकों में स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा रहे हैं. सात निश्चय के तहत राज्य का विकास हो रहा है. बिहार में गरीबी दर में 8 फीसदी से ज्यादा गिरावट हुई है. 2 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी से बाहर निकले. देश में पहली बार बिहार में जातीय गणना हुई. दिव्यांग जन को 4% शैक्षणिक आरक्षण है. कृषि के क्षेत्र में रिकॉर्ड उत्पादन का लक्ष्य रखा गया. बिहार में चतुर्थ कृषि रोड मैप लागू किया गया. बिहार में निवेश लाने की कोशिश जारी है. 94 लाख परिवार आर्थिक रूप से कमजोर हैं. अधिकतम दो लाख रुपये अनुदान देने का फैसला लिया गया है.
सात निश्चय-2 के लिए 5 हजार 40 करोड़
जानें बजट की मुख्य बातें
- 2,78,725.72 करोड़ का बजट पेश
- व्यय अनुमान 1,78,706.09 करोड़
- 2024-25 में कुल व्यय स्कीम 35.88 %
- शिक्षा पर 52639.03 करोड़ रुपए
- सड़क पर 15235.11 करोड़ रुपए
- ग्रामीण विकास पर 14296.71 करोड़ रुपए
- कमजोर वर्ग जैसे एससीएसटी अल्पसंख्यक एवं समाज कल्याण पर 12377.26 करोड़ रुपए