नीट पेपर लीक पर विवाद गहराता जा रहा है. एक तरफ ये मामला जहां देश की सबसे बड़ी अदालत में लंबित है, वहीं दूसरी तरफ इस मामले की जांच का दायरा भी बढ़ रहा है. पटना के एक छात्र ने पेपर लीक की बात कबूली है. इस बीच मामले में सियासी एंगल भी आ गया है. बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने लालू परिवार पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं. विजय सिन्हा ने दावा किया है कि पेपर लीक के तार तेजस्वी यादव के निजी सचिव से जुड़े हैं.
नीट पेपर लीक मामले पर बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने बड़ा दावा किया. विजय सिन्हा ने कहा कि नीट पेपर लीक के आरोपी सिकंदर यादवेंदु के लिए बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के करीबी, उनके सचिव PS ने गेस्ट हाउस बुक करवाया था. विजय सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव के सचिव प्रीतम यादव के कहने पर सिकंदर के लिए गेस्ट हाउस बुक किया गया था.
#WATCH पटना: NEET परीक्षा मामले पर बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा, "1 मई को तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार ने गेस्टहाउस कर्मी प्रदीप कुमार को फोन कर सिकंदर कुमार यादवेंदु के लिए कमरा बुक करने को कहा… 4 मई को प्रीतम कुमार ने प्रदीप कुमार को कमरा बुक… pic.twitter.com/vLm9xlUN1K
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 20, 2024
विजय सिन्हा ने किया बड़ा दावा
उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने दावा किया कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी के पीए प्रीतम कुमार के कहने पर नीट पेपर लीक के आरोपी सिकंदर यादवेंदुके के नाम पर गेस्ट हाउस में बुकिंग हुई थी. विजय सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि प्रीतम कुमार ने गेस्ट हाउस की बुकिंग के लिए पहले एक मई को 9 बजकर 7 मिनट पर और फिर 4 मई को दो बार फोन किए.
दबाव बनाकर कराई बुकिंग
विजय सिन्हा ने आगे बताया कि अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दबाव बनाकर गेस्ट हाउस की बुकिंग कराई. पहले दिन उनके फोन को सीरियस नहीं लिया गया था. साथ ही डिप्टी सीएम ने यह भी कहा कि गेस्ट हाउस में रुकने के लिए आवंटन पत्र नहीं था, लेकिन लोग वहां पर रुके थे. हालांकि, विजय सिन्हा पथ निर्माण मंत्री भी हैं और उनके अंडर ही यह गेस्ट हाउस भी आता है. इसके साथ ही पथ निर्माण विभाग पहले तेजस्वी यादव के पास था.
अधिकारियों को किया सस्पेंड
अधिकारियों ने बताया कि तेजस्वी यादव के PS प्रीतम का रूम बुक कराने के लिए कॉल आया था. सिकंदर यादवेंदु के नाम से कमरा बुक कराने के लिए फोन आया था. इसी के साथ विजय सिन्हा ने प्रेस कांफ्रेंस में ही पीडब्ल्यूडी के तीनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. अधिकारियों पर आरोप है कि बिना आवंटन के उन्होंने सिकंदर यादवेंदु को कैसे ठहरने का आदेश दिया और एक हफ्ते से चल रही खबरों के बाद भी यह चुप क्यों थे.