बेंगलुरु में विपक्ष की करीब दो दर्जन पार्टियां लोकसभा चुनाव 2024 के लिए गठबंधन बनाने में जुटी हैं. दूसरी ओर आज ही नई दिल्ली में एनडीए के 3 दर्जन दल भी एक साथ मंथन करेंगे. भाजपा के न्योते पर दोबारा एनडीए में शामिल हुए चिराग पासवान का चाचा पशुपति पारस पासवान के साथ विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है और अब एनडीए की बैठक से पहले ये खुलकर सामने आया है.
#WATCH | Lok Janshakti Party (Ram Vilas) chief Chirag Paswan, says, "I can say that in the 2024 Lok Sabha elections, Lok Janshakti Party (Ram Vilas) candidate will contest from Hajipur seat." pic.twitter.com/yn33OJVv00
— ANI (@ANI) July 18, 2023
सोमवार को चाचा और भतीजे के बीच एक बार फिर हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर बयानबाजी हुई, यह सीट एक वक्त पर रामविलास पासवान का गढ़ थी. लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान ने कहा है कि हाजीपुर से इस बार हमारा ही प्रत्याशी मैदान में होगा, जबकि पशुपति पारस ने साफ किया है कि यह उनकी सीट है और खुद ही वह चुनाव भी लड़ेंगे.
#WATCH | Ahead of the NDA meeting today, Lok Janshakti Party (Ram Vilas) chief Chirag Paswan says, "All is well in NDA. Talks were going on for a long time. We had some concerns and discussions were held over it and very amicably & positively an agreement was reached. Our aim is… pic.twitter.com/Rfegt9nk1P
— ANI (@ANI) July 18, 2023
चाचा बनाम भतीजे की जंग!
एनडीए में वापसी कर रहे चिराग पासवान ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि 2019 में गठबंधन का हिस्सा होते हुए नीतीश कुमार ने हमारे प्रत्याशियों को हराने की कोशिश की थी, मुझे उकसाया गया था लेकिन हमने प्रधानमंत्री को लेकर कभी कोई गलत बात नहीं की.
हाजीपुर लोकसभा सीट के लिए चिराग पासवान ने कहा कि ये सीट मेरे लिए अहम है, गठबंधन में हाजीपुर सीट हम ही लेंगे. चाचा जो कहना चाहें कहें वो मेरे पिता के भाई हैं, मैं उनको पिता की तरह ही देखता हूं. लेकिन उनकी बयानबाजी से दुख पहुंचता है, मैं उनपर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा.
चिराग पासवान के इस ऐलान पर केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस पासवान ने अपनी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि ये असंभव चीज़ है, हाजीपुर सीट मैं क्यों छोड़ूंगा. वह मेरी कर्मभूमि है, मैं 1977 से वहां की सेवा कर रहा हूं. भैया जब राज्यसभा गए तो उन्होंने मुझे यहां की जिम्मेदारी दी, आज मैं यहां से ही मंत्री हूं. चिराग पहले ही जमुई से लड़ते आए हैं, ऐसे में अब भी वो वहां से ही लड़ें.
गौरतलब है कि हाल ही में जब रामविलास पासवान की जयंती हुई थी, तब चिराग पासवान ने हाजीपुर से सीट लड़ने का ऐलान किया था और वहां रोड शो भी किया था. इसी के बाद चाचा-भतीजे की जंग तेज हुई थी, इस बीच चिराग पासवान ने एनडीए में वापसी की है. ऐसे में अब देखना होगा कि चाचा-भतीजे की इस अदावत को भाजपा किस तरह संभालती है और टिकट बंटवारे पर आगे किस तरह काम होता है.