BSNL की वापसी: FY25 की शुरुआत में ₹542 करोड़ का मुनाफा, टेलीकॉम सेक्टर में ऐतिहासिक मोड़
सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जिसे कभी असंभव माना जा रहा था। लंबे समय तक घाटे में रहने के बाद अब BSNL ने FY25 की शुरुआत में ₹542 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो कि सरकारी टेलीकॉम सेक्टर के लिए एक टर्नअराउंड मोमेंट है।
मुनाफे की रिपोर्ट (FY25)
तिमाही | मुनाफा/घाटा |
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Q3 FY25 | ₹262 करोड़ मुनाफा |
Q4 FY25 | ₹280 करोड़ मुनाफा |
6 महीने में कुल | ₹542 करोड़ का लाभ |
FY24 की Q4 में BSNL को ₹849 करोड़ का घाटा हुआ था — यानी एक साल में कुल बदलाव ₹1,391 करोड़ का है।
BSNL की वापसी के पीछे की प्रमुख वजहें
कारण | विवरण |
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खर्चों पर नियंत्रण | गैर-जरूरी खर्चों में कटौती और परिचालन दक्षता में सुधार |
4G नेटवर्क विस्तार | ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में व्यापक कवरेज से ग्राहक आधार में वृद्धि |
सरकारी निवेश | केंद्र सरकार के समर्थन से तकनीकी अपग्रेड और इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार |
FTTH (फाइबर टू द होम) | हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाओं की बढ़ती मांग के साथ ग्राहकों में वृद्धि |
BSNL की भविष्य की रणनीति
लक्ष्य | विवरण |
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2025 तक पूर्ण 4G रोलआउट | पूरे भारत में 4G सेवाएं उपलब्ध कराना |
5G पर काम | स्वदेशी तकनीक के साथ 5G रोलआउट की तैयारी |
FTTH विस्तार | ब्रॉडबैंड यूज़र्स की संख्या को दोगुना करना |
Jio और Airtel को चुनौती | प्रतिस्पर्धात्मक सेवाएं और किफायती प्लान के साथ मार्केट में पकड़ बनाना |
टेलीकॉम सेक्टर के लिए व्यापक संकेत
- BSNL की वापसी सिर्फ एक कंपनी की सफलता नहीं है, बल्कि यह दिखाता है कि यदि नीतिगत समर्थन, सुनियोजित निवेश और रणनीतिक नेतृत्व मिले, तो सरकारी कंपनियां भी निजी क्षेत्र को टक्कर दे सकती हैं।
- यह भारत सरकार के डिजिटल इंडिया विज़न, आत्मनिर्भर भारत अभियान, और सार्वजनिक क्षेत्र में विश्वास का प्रत्यक्ष उदाहरण है।
निष्कर्ष:
BSNL की यह उपलब्धि सिर्फ बैलेंस शीट पर लाभ नहीं है, बल्कि यह उस संघर्ष और रणनीतिक पुनर्निर्माण की कहानी है, जो देश के कोने-कोने में कनेक्टिविटी पहुंचाने के लिए की गई है। आने वाले समय में अगर यह रफ्तार बनी रही, तो BSNL फिर से भारत के टेलीकॉम क्षेत्र में नेतृत्व की भूमिका निभा सकता है।