हफ्ते के पहले दिन यानी सोमवार को भारतीय शेयर बाजार ने बेहद सकारात्मक और जोशभरी शुरुआत की है। बीएसई सेंसेक्स 310.88 अंकों की छलांग लगाकर 82,499.87 के स्तर पर खुला, जबकि एनएसई निफ्टी 150 अंकों की बढ़त के साथ 25,160.10 पर पहुंच गया। बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान बैंकिंग और ऑटोमोबाइल सेक्टरों में खासा जोश देखने को मिला, जिससे समग्र धारणा मजबूत हुई। कोटक महिंद्रा बैंक, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस और टीसीएस जैसे दिग्गज शेयरों में अच्छी खरीदारी देखने को मिली, जो निवेशकों के भरोसे का संकेत देता है।
इस तेजी के पीछे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की हालिया बैठक के फैसलों का बड़ा असर माना जा रहा है। शुक्रवार को RBI ने प्रमुख नीतिगत दर, यानी रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कटौती करते हुए उसे 5.5 प्रतिशत कर दिया था। इसके साथ ही नकद आरक्षित अनुपात (CRR) में भी 1 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की गई थी, जिससे बैंकों के पास अधिक नकदी उपलब्ध हो गई है। इन कदमों का उद्देश्य बाजार में तरलता बढ़ाना और कर्ज की लागत को कम करना है, जिससे अर्थव्यवस्था को गति मिल सके।
आरबीआई के इन नीतिगत फैसलों के बाद शुक्रवार को भी बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। बीएसई सेंसेक्स 746.95 अंकों की बड़ी बढ़त के साथ 82,188.99 के स्तर पर बंद हुआ था, वहीं एनएसई निफ्टी 252.15 अंक चढ़कर 25,003.05 पर बंद हुआ था। बाजार के इस उत्साहजनक प्रदर्शन से यह संकेत मिलते हैं कि निवेशकों में नीतिगत स्थिरता और विकास को लेकर विश्वास मजबूत हो रहा है। विशेष रूप से बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में यह उम्मीद जगी है कि सस्ते कर्ज से मांग में बढ़ोतरी होगी, जो इन क्षेत्रों की आय और प्रदर्शन को और बेहतर बनाएगी।
कुल मिलाकर, बाजार में जारी यह तेजी मौद्रिक नीति में नरमी और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की कोशिशों का परिणाम है, जिससे निवेशक फिलहाल खुश नजर आ रहे हैं। अगर यह सकारात्मक माहौल बना रहता है, तो आने वाले दिनों में बाजार नई ऊंचाइयों को छू सकता है।