भारत की सबसे बड़ी घरेलू एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन (InterGlobe Aviation) पर आयकर विभाग ने ₹944 करोड़ का जुर्माना लगाया है। हालाँकि, इंडिगो ने इस फैसले को गलत ठहराते हुए कानूनी चुनौती देने का निर्णय लिया है।
क्या है पूरा मामला?
कौन सा वित्तीय वर्ष प्रभावित हुआ?
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यह जुर्माना आकलन वर्ष 2021-22 के लिए लगाया गया है।
किस धारा के तहत कार्रवाई हुई?
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आयकर अधिनियम की धारा 143(3) के तहत, जो स्क्रूटनी असेसमेंट (Scrutiny Assessment) से संबंधित है।
इंडिगो का पक्ष:
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एयरलाइन का कहना है कि आयकर विभाग ने गलतफहमी के आधार पर यह निर्णय लिया है।
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कंपनी इस आदेश के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी और उचित अपील दायर करेगी।
क्या इंडिगो की वित्तीय स्थिति प्रभावित होगी?
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इंडिगो ने स्पष्ट किया है कि इस जुर्माने से कंपनी के परिचालन और वित्तीय स्थिति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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कंपनी ने निवेशकों और शेयरधारकों को आश्वस्त किया कि व्यापार सुचारू रूप से चलता रहेगा।
इंडिगो के शेयर पर असर
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आयकर नोटिस के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई।
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इंडिगो का स्टॉक 0.32% गिरकर ₹5,113 पर बंद हुआ।
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हालाँकि, साल-दर-साल (YTD) यह शेयर 11.36% ऊपर है।
कानूनी चुनौती का क्या असर हो सकता है?
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यदि इंडिगो अदालत में इस जुर्माने को चुनौती देती है और राहत मिलती है, तो शेयरधारकों की चिंता कम होगी।
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यदि कोर्ट का फैसला कंपनी के खिलाफ आता है, तो इंडिगो को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ सकता है।