कर्नाटक में 12 घंटे काम का प्रस्ताव, कर्मचारी संगठनों का विरोध तेज
जब दुनिया भर में काम के घंटों को कम करने और वर्क-लाइफ बैलेंस को बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास हो रहे हैं, उस वक्त कर्नाटक सरकार राज्य के श्रम कानून में बदलाव कर दैनिक कार्य घंटे 9 से बढ़ाकर 12 करने की तैयारी कर रही है। प्रस्तावित संशोधन ‘कर्नाटक शॉप्स एंड कमर्शियल एस्टेब्लिशमेंट्स एक्ट, 1961’ में किया जाएगा, जिससे निजी क्षेत्रों में कर्मचारियों की शिफ्ट 12 घंटे तक की जा सकेगी – ओवरटाइम सहित।
सरकार की दलील और कर्मचारी संगठनों का विरोध
सरकार का कहना है कि इस बदलाव से उत्पादकता (Productivity) में वृद्धि होगी और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में राज्य की भूमिका मजबूत होगी। लेकिन कर्मचारी संगठन और ट्रेड यूनियन इस बदलाव के सख्त खिलाफ हैं।
कर्नाटक स्टेट आईटी/आईटीईएस एम्प्लॉयी यूनियन (KITU) ने सरकार पर आरोप लगाया है कि यह प्रस्ताव कॉरपोरेट मालिकों को लाभ पहुंचाने के लिए लाया जा रहा है, जबकि इससे कर्मचारियों पर मानसिक और शारीरिक तनाव बढ़ेगा।
KITU ने 2024 की स्टेट इमोशनल वेलबीइंग रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 25 साल से कम उम्र के 90% कॉर्पोरेट कर्मचारी चिंता और मानसिक दबाव से पीड़ित हैं। ट्रेड यूनियनों का कहना है कि इस प्रस्ताव के लागू होने से कामगारों की संख्या में लगभग एक-तिहाई की कमी हो सकती है, क्योंकि कंपनियां कर्मचारियों को लंबी शिफ्ट में काम करवाकर वर्कफोर्स घटा देंगी।
सोशल मीडिया और सार्वजनिक प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर भी यह प्रस्ताव जबरदस्त आलोचना का शिकार हुआ है। लोग कह रहे हैं कि जब पूरी दुनिया 4-दिवसीय कार्य सप्ताह और लचीलापन देने पर विचार कर रही है, तब कर्नाटक सरकार ‘वर्क-ऑवर बैलेंस’ की ओर बढ़ रही है। कर्मचारियों से एकजुट होकर विरोध करने की अपील की जा रही है।
अब आगे क्या?
सरकार की तरफ से अभी अंतिम निर्णय की घोषणा नहीं की गई है, लेकिन श्रम विभाग की बैठकों में ट्रेड यूनियनें अपना विरोध दर्ज करा चुकी हैं। यदि यह संशोधन पारित होता है, तो यह देश में कर्मचारियों के कार्य घंटों को लेकर अब तक का सबसे बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
इस मुद्दे पर आने वाले दिनों में राजनीतिक और सामाजिक बहस और तेज़ होने की संभावना है, खासकर आईटी हब बेंगलुरु जैसे शहरों में, जहां लाखों युवा पेशेवर इस बदलाव से प्रभावित हो सकते हैं।
हमारी यूट्यूब चैनल को लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करे
Like, Share and Subscribe our YouTube channel