रिजर्व बैंक द्वारा प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट में कोई बदलाव न किए जाने के फैसले के बाद गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया पांच पैसे की गिरावट के साथ 82.57 (अनंतिम) पर बंद हुआ। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 82.59 पर खुली और अंत में 82.57 (अनंतिम) पर बंद हुआ।
घरेलू इक्विटी में नकारात्मक प्रवृत्ति के बीच अपने पिछले बंद भाव से रुपया 5 पैसे नीचे रहा। दिन के दौरान डॉलर के कमजोर होने और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के कारण रुपये ने 82.53 के उच्च और 82.61 के निचले स्तर को छू लिया। बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 82.52 पर बंद हुआ था।
भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को लगातार नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। आरबीआई ने एक बार फिर ठहराव का विकल्प चुना। मध्यम मुद्रास्फीति का हवाला देते हुए आरबीआई ने प्रमुख बेंचमार्क नीतिगत दर को 6.5 प्रतिशत पर बनाए रखा।
केंद्रीय बैंक ने चालू वित्त वर्ष (अप्रैल 2023 से मार्च 2024) के लिए अपने जीडीपी विकास अनुमानों को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा, जबकि खुदरा मुद्रास्फीति की उम्मीद को पिछले 5.2 प्रतिशत से घटाकर 5.1 प्रतिशत कर दिया।
रुपये पर बोलते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि घरेलू इकाई इस साल जनवरी से स्थिर बनी हुई है।
शेयरखान में अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने इस बारे में बोलते हुए कहा कि – “हमें उम्मीद है कि रुपये में मामूली सकारात्मक रुझान देखने को मिलेगा, क्योंकि आरबीआई गवर्नर के बयान ने एल नीनो और मानसून पर इसके प्रभाव को लेकर कुछ चिंताओं को छोड़कर भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं दर्शाया है।
रबी की अच्छी फसल के साथ जीडीपी और मुद्रास्फीति के अनुमान अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत हैं। हालांकि, अमेरिकी डॉलर में किसी भी तरह की रिकवरी और कमजोर वैश्विक बाजार की धारणा उच्च स्तर पर रुपये पर दबाव डाल सकती है।”
डॉलर सूचकांक, जो छह मुद्राओं के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत का अनुमान लगाता है, 0.24 प्रतिशत गिरकर 103.84 पर आ गया। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.39 प्रतिशत बढ़कर 77.25 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
घरेलू इक्विटी बाजार के मोर्चे पर, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 294.32 अंक या 0.47 प्रतिशत गिरकर 62,848.64 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 91.85 अंक या 0.49 प्रतिशत गिरकर 18,634.55 अंक पर आ गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बुधवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार बने रहे, क्योंकि उन्होंने 1,382.57 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।