शेयर बाजार में आज की तेजी निवेशकों के लिए सकारात्मक संकेत है, खासकर पिछले हफ्ते की भारी गिरावट के बाद। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में अच्छी बढ़त देखने को मिली है। प्रमुख कंपनियों जैसे TATASTEEL, ULTRACEMCO, LT, TATAMOTORS, BAJAJFINSV और BAJFINANCE के शेयरों में उछाल ने बाजार को मजबूत किया है। हालांकि, पावर ग्रिड और जोमैटो के शेयरों में गिरावट अभी भी बाजार के कुछ हिस्सों में दबाव को दिखाती है।
बाजार की स्थिति:
- विदेशी निवेशकों की भूमिका: विदेशी निवेशकों का रवैया बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण रहेगा। अगर विदेशी निवेशक बिकवाली बंद करते हैं, तो बाजार में स्थिरता और तेजी देखने को मिल सकती है।
- सावधानीपूर्वक निवेश: विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए। उतार-चढ़ाव वाले बाजार में लॉन्ग-टर्म रणनीतियों और मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों पर ध्यान देना बेहतर होगा।
आगे की रणनीति:
- ट्रेडर्स के लिए: कम अवधि में बाजार की चाल पर कड़ी नजर रखें और स्टॉप-लॉस का उपयोग करें।
- निवेशकों के लिए: गुणवत्तापूर्ण शेयरों को चुनें और धैर्यपूर्वक निवेश करें, क्योंकि बाजार में अस्थिरता के बाद भी दीर्घकालिक रिटर्न बेहतर हो सकता है।
- मौजूदा ट्रेंड: तेजी जारी रहने के लिए विदेशी निवेशकों का समर्थन और घरेलू आर्थिक संकेतकों का मजबूत होना आवश्यक है।
बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए, यह समय सतर्कता और विवेकपूर्ण निर्णय लेने का है।
पिछले हफ्ते रही थी बाजार में भारी गिरावट
आपको बता दें कि पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत नीचे आया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1,180.8 अंक या 4.76 प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुआ था। बाजार में बड़ी गिरावट के चलते सेंसेक्स की शीर्ष 10 कंपनियों के बाजार मूल्यांकन (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह 4,95,061 करोड़ रुपये की गिरावट आई थी। शेयर बाजार में मंदड़ियां रुख के बीच टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ था। पिछले हफ्ते भारतीय शेयर बाजार में यह जून, 2022 के बाद सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही थी। सप्ताह की शुरुआत अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की नीतिगत घोषणा के साथ हुई, जिससे बाजार की धारणा में बदलाव आया। फेडरल रिजर्व ने 2025 में ब्याज दरों में सिर्फ दो बार कटौती का संकेत दिया है। इससे बाजार धारणा प्रभावित हुई।