गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार ने हरे निशान में मामूली बढ़त के साथ फ्लैट शुरुआत की, जिससे निवेशकों के बीच मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली। बीएसई सेंसेक्स 56.53 अंकों की हल्की तेजी के साथ 82,571.67 पर खुला, जबकि निफ्टी 50 ने 23.05 अंकों की बढ़त के साथ 25,164.45 पर कारोबार की शुरुआत की। यह उल्लेखनीय है कि बुधवार को बाजार ने लाल निशान में शुरुआत की थी, जब सेंसेक्स 80.34 अंकों की गिरावट के साथ खुला था। हालांकि, निफ्टी 50 ने उस दिन मामूली तेजी के साथ हरे निशान में कदम रखा था।
गुरुवार को सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से केवल 11 कंपनियों के शेयर हरे निशान में खुले, जबकि 17 कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई और 2 कंपनियों के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी 50 की बात करें तो, उसमें शामिल 50 कंपनियों में से 21 कंपनियों ने बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया, जबकि शेष 29 कंपनियों के शेयर नुकसान के साथ खुले।
सेंसेक्स में एशियन पेंट्स का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा, जिसके शेयर 1.30 प्रतिशत की बढ़त के साथ खुले। इसके अलावा, सन फार्मा के शेयरों में 0.66 प्रतिशत, बजाज फिनसर्व में 0.65 प्रतिशत, इंडसइंड बैंक में 0.47 प्रतिशत, भारती एयरटेल में 0.44 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 0.36 प्रतिशत, हिंदुस्तान यूनिलीवर में 0.28 प्रतिशत, अडाणी पोर्ट्स में 0.20 प्रतिशत, बजाज फाइनेंस में 0.16 प्रतिशत, नेस्ले इंडिया में 0.11 प्रतिशत और एक्सिस बैंक में 0.06 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। भारतीय स्टेट बैंक और मारुति सुजुकी के शेयरों में किसी प्रकार का बदलाव नहीं देखा गया।
दूसरी ओर, इंफोसिस के शेयरों में सबसे अधिक 1.23 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा, एचसीएल टेक के शेयर 0.56 प्रतिशत, टाटा स्टील 0.54 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 0.48 प्रतिशत, टेक महिंद्रा 0.45 प्रतिशत, एटरनल और महिंद्रा एंड महिंद्रा दोनों में 0.35 प्रतिशत, पावरग्रिड में 0.34 प्रतिशत, अल्ट्राटेक सीमेंट में 0.30 प्रतिशत, टीसीएस में 0.24 प्रतिशत, एचडीएफसी बैंक में 0.21 प्रतिशत, लार्सन एंड टुब्रो में 0.18 प्रतिशत, आईटीसी और टाइटन दोनों में 0.13 प्रतिशत, कोटक महिंद्रा बैंक में 0.10 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक में 0.07 प्रतिशत और एनटीपीसी में 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ खुले।
कुल मिलाकर, बाजार में आज की शुरुआत संतुलित रही, जहां कुछ सेक्टर्स और प्रमुख कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया, वहीं आईटी और ऑटो सेक्टर की कंपनियों में कमजोरी देखने को मिली, जिससे व्यापक रूप से बाजार में सतर्कता बनी रही।