भारत सरकार ने 2025-26 तक प्रौद्योगिकी को देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 20-25 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है. भारत के आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भारतीय अमेरिकी कारोबारियों से यह बात कही. साथ ही उन्हें भारत में निवेश करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि पिछले नौ साल में डिजिटल इकोनॉमी का विस्तार हुआ है. इसमें वेरिएशन आया है और इस समय तकनीकी क्षेत्र में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां भारतीय उद्यमी, भारतीय स्टार्टअप मौजूद नहीं हैं.
चंद्रशेखर ने वैश्विक भारतीय प्रौद्योगिकी पेशेवर संघ के वार्षिक सम्मेलन को वीडियो काफ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि सेमीकंडक्टर, माइक्रो-इलेक्ट्रॉनिक्स, एआई, ब्लॉकचेन और कंप्यूटिंग लैंग्वेज से लेकर उपभोक्ता इंटरनेट तक, हर जगह भारतीय उद्यमी मौजूद हैं. उन्होंने कहा, प्रौद्योगिकी का कोई भी क्षेत्र जिसे आप आज देखते हैं, वहां भारतीय स्टार्टअप, भारतीय उद्यमों और भारतीय नवप्रवर्तकों की महत्वपूर्ण उपस्थिति है.
भारतीय नवाचार अर्थव्यवस्था 2014 में चार-पांच प्रतिशत से बढ़कर आज 10 प्रतिशत हो गई है. उन्होंने आगे कहा, ‘हमारा लक्ष्य है कि प्रौद्योगिकी और डिजिटल अर्थव्यवस्था 2025-2026 तक कुल सकल घरेलू उत्पाद का 20 प्रतिशत होगी, जो लगभग 7.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है. उस समय हमारा सकल घरेलू उत्पाद लगभग 5,000 अरब डॉलर होगा और इसका 20 प्रतिशत यानी 1,000 अरब डॉलर का प्रौद्योगिकी क्षेत्र होगा. हम इस लक्ष्य पर काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इस लक्ष्य पर जोर दे रही है.’