2,000 रुपये के नोटों को बैंक खाते में जमा करने या उन्हें दूसरे मूल्य के नोटों में बदलने का आज अंतिम दिन है। आरबीआइ की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि 12 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के दो हजार रुपये के नोट अभी भी प्रचलन में हैं।
हालांकि अगर आज भी आप किसी कारण से नोट को बैंक में जमा नहीं कर पाते हैं या बदलवा नहीं पाते हैं, तो परेशान होने की बात नहीं है. आपके पास ये मौका आगे भी रहेगा. लेकिन तब आप किसी भी बैंक की शाखा में नोट बदलने का काम नहीं कर पाएंगे. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बताया है कि 8 अक्टूबर 2023 और उसके बाद आप अपने 2000 के नोटों को जमा करने/बदलने का काम RBI के 19 क्षेत्रीय कार्यालय में जाकर कर सकते हैं. एक बार में 20 हजार रुपए के नोट ही बदले जा सकेंगे. भारत में मौजूद व्यक्ति/एंटीटी आरबीआई के 19 के क्षेत्रीय कार्यालय में 2000 रुपए के नोट इंडिया पोस्ट के जरिए भी भेज सकते हैं. यह रकम उनके भारत में मौजूद बैंक खातों में जमा की जाएगी.
नोटबंदी के दौरान चलन में आया था 2000 का नोट
बता दें भारतीय रिजर्व बैंक ने बीते 19 मई को इन गुलाबी नोटों को सर्कुलेशन से बाहर करने का ऐलान किया था और इनकी वापसी के लिए 30 सितंबर 2023 तक सुविधा दी थी. हालांकि आखिरी समय में इस डेडलाइन को बढ़ाकर 7 अक्टूबर कर दिया गया था. 2,000 रुपए का नोट साल 2016 में तब मार्केट में आया था, जब सरकार ने चलन में मौजूद सबसे बड़े करेंसी नोट यानी 500 और 1000 के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का ऐलान किया था. नोटबंदी के दौरान 500 का नया नोट और 1000 के नोट की जगह पर 2000 का गुलाबी नोट जारी किया गया था. लेकिन जब सर्कुलेशन में अन्य मूल्य वर्ग के नोट पर्याप्त मात्रा में आ गए तब आरबीआई ने साल 2018-19 से 2000 के नोटों की छपाई बंद कर दी.
पिछले सप्ताह बढ़ी थी डेडलाइन
आरबीआइ ने इसी वर्ष 19 मई को 2,000 रुपये के नोटों को वापस लेने की घोषणा की थी। आरबीआइ ने पिछले सप्ताह ही दो हजार रुपये के नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने की तारीख को बढ़ाकर सात अक्टूबर किया था।
3.43 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के नोट वापस आए
आरबीआइ गवर्नर ने बताया कि अब तक वापस आए कुल नोटों में से 87 प्रतिशत नोट बैंक खातों में जमा हुए हैं, जबकि शेष नोट विभिन्न काउंटर्स के जरिये बदले गए हैं। अब तक 3.43 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के नोट वापस आ गए हैं।