किसी न किसी कारण या लालच के चक्कर में सनातन धर्म को छोड़कर किसी दूसरे पंथ में जाने वाले लोग अब तेजी से अपनी जड़ों की ओर लौट रहे हैं। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ के कोरबा में 101 लोगों के सनातन धर्म में घर वापसी करने के बाद अब प्रदेश के ही जशपुर में 8 परिवारों के 12 लोगों ने भी सनातन धर्म में घर वापसी की है। भाजपा नेता जूदेव प्रबल प्रताप सिंह ने इन लोगों के पैर धोकर सनातन धर्म में इनकी वापसी कराई।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इन सभी को ईसाई मिशनरियों ने पैसे, अच्छे कैरियर और समृद्धि का लालच देकर ईसाई बना दिया था। ये वनवासी लोग वापस सनातन धर्म में आना चाहते थे, लेकिन इन्हें सही मौका नहीं मिल रहा था। लेकिन प्रदेश में सरकार बदलते ही इन सभी को वापस अपने धर्म में आने का मौका मिला और इन्होंने घर वापसी कर ली। बता दें कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने लोगों के क्रिश्चियन कन्वर्जन को बड़ा मुद्दा बनाया था।
भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने घर वापसी कराने के बाद कहा कि विदेशी ताकतें जो सात समंदर पार बैठी हैं वो लगातार हमारे भोले-भाले हिन्दुओं का कन्वर्जन करा रही हैं। हम ऐसी ताकतों को रोकने के लिए लगातार घर वापसी कराते रहेंगे। भारत शुरू से ही हिन्दू राष्ट्र रहा है। बीते पांच साल जब तक प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही। लोगों का तेजी से कन्वर्जन कराया गया। अब हम कन्वर्जन के खिलाफ अपनी लड़ाई को जारी रखेंगे। हालांकि, छत्तीसगढ़ के वनवासियों के कन्वर्जन के मामले पर कांग्रेस ने चुप्पी साध रखी है।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ एक वनवासी बहुल राज्य है। प्रदेश के बस्तर संभाग में क्रिश्चियन कन्वर्जन सबसे बड़ा मुद्दा रहा है। यहां जंगली इलाकों में रहने वाले लोगों का ईसाई मिशनरी कन्वर्जन करा रहे हैं। चिंता की बात ये है कि कन्वर्जन की ये घटना न केवल ग्रामीण इलाकों में हो रही है, बल्कि यह शहरों में भी अपने पैर पसार रही है।