छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ एक बड़ी सफलता के रूप में देखी जा रही है। इस मुठभेड़ में सात नक्सलियों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिनमें एक सेंट्रल कमेटी स्तर का नक्सली भी शामिल है। यह घटना नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की सक्रियता और उनकी रणनीति की प्रभावशीलता को दर्शाती है।
मुख्य बिंदु:
- मुठभेड़ की शुरुआत और घटनाक्रम:
- मुठभेड़ गुरुवार तड़के करीब तीन बजे शुरू हुई और रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।
- दक्षिण अबूझमाड़ के इलाके में नक्सल विरोधी तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों को घेर लिया।
- संयुक्त अभियान:
- इस ऑपरेशन में नारायणपुर, दंतेवाड़ा, जगदलपुर, और कोंडागांव जिलों की स्पेशल टास्क फोर्स (STF), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF), और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की टीमें शामिल थीं।
- सुरक्षा बलों का यह अभियान अब भी जारी है।
- सेंट्रल कमेटी नक्सली की पहचान:
- मारे गए नक्सलियों में से एक शीर्ष स्तर का नक्सली था, जो केंद्रीय कमेटी का सदस्य था।
- ऐसे नक्सलियों का मारा जाना नक्सली संगठन की संरचना और उनके मनोबल पर बड़ा प्रभाव डाल सकता है।
- सुरक्षा बलों की तैयारी:
- सुरक्षा बलों ने पहले से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर यह ऑपरेशन शुरू किया।
- तलाशी अभियान के दौरान घने जंगलों और दुर्गम इलाकों में नक्सलियों के ठिकानों का पता लगाया गया।
नक्सल विरोधी अभियान का महत्व:
- क्षेत्रीय शांति और विकास:
इस ऑपरेशन से क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति मजबूत होगी, जिससे विकास कार्यों को गति मिल सकती है। - मनोबल बढ़ाना:
मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों के मारे जाने से सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ेगा और स्थानीय निवासियों में विश्वास जगेगा। - नक्सली नेटवर्क को कमजोर करना:
शीर्ष स्तर के नक्सलियों के मारे जाने से संगठन की योजनाओं और उनकी कार्यक्षमता पर असर पड़ेगा।
चुनौतियां और आगे की रणनीति:
- सुरक्षा बलों की सतर्कता:
नक्सली अक्सर रुक-रुक कर हमले करते हैं और घने जंगलों में छिप जाते हैं। ऐसे में सुरक्षा बलों को सतर्क रहना होगा। - स्थानीय सहयोग:
स्थानीय समुदाय का विश्वास जीतने और खुफिया जानकारी प्राप्त करने में सहयोग बढ़ाना होगा। - विकास और पुनर्वास:
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों
7 नक्सलियों को मार गिराया
एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि क्षेत्र में सर्च अभियान जारी है. 15 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर आ रहे हैं. शाह के बस्तर प्रवास से ठीक पहले अबूझमाड़ इलाके में सुरक्षाबलों ने 7 नक्सलियों को मार गिराया है. इनके शव भी बरामद कर लिए गए हैं. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि अभी भी दोनों तरफ से गोलीबारी हो रही है.
#WATCH | Chhattisgarh: IG Bastar P Sundarraj says, "…During the operation, today on 12th December, multiple exchanges of fire between security forces and naxals occurred. After the exchange of fire, 7 bodies of naxals were recovered. Large number of arms and ammunition were… https://t.co/fbsTwY0BHt pic.twitter.com/CXJsCTARQD
— ANI (@ANI) December 12, 2024
15 दिसंबर को बस्तर आ रहे अमित शाह
15 दिसंबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर के दौरे पर रहेंगे. इस बीच पुलिस को सूचना मिली थी कि माड़ इलाके में भारी संख्या में नक्सली मौजूद हैं. इसी सूचना के आधार पर 4 जिलों से करीब एक हजार से ज्यादा जवानों को ऑपरेशन के लिए निकाला गया था. इसी बीच गुरुवार तड़के तीन बजे जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें जवाबी कार्रवाई में जवानों ने सात नक्सलियों को मार गिराया है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जवानों से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है.