यह घटना छत्तीसगढ़ के कोंडागाँव जिले की है, जिसमें 22 साल की एक जनजातीय युवती को फिरोज नाम के युवक ने अपहरण कर लिया और लगभग डेढ़ साल तक उसे मुंबई के धारावी में बंधक बना कर रेप किया। आरोपित फिरोज ने युवती के साथ अत्याचार की सारी सीमाएं पार की, उसे अंधेरे कमरे में कैद रखा और मानसिक तथा शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया। सबसे अधिक शॉकिंग बात यह है कि उसने युवती के जननांगों में केमिकल डालकर जलाने जैसी गंभीर यातनाएं दीं।
इस मामले की शुरुआत तब हुई, जब पीड़िता की तबीयत खराब हुई और वह इलाज के लिए कोंडागाँव के अस्पताल गई थी। वहाँ फिरोज ने युवती का अपहरण करने के लिए उसे कांच की टूटी बोतल से धमकाया और उसे मुंबई ले आया। फिरोज ने पीड़िता का मोबाइल भी छीन लिया और उसके परिजनों को एक संदेश भेजा, जिसमें उसने बताया कि वह खुश है और किसी लड़के से प्यार कर रही है।
कई महीनों तक पीड़िता बंधक रही, और इस दौरान फिरोज ने उसे लगातार शारीरिक और मानसिक यातनाएं दीं। पुलिस ने फिरोज को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच जारी है। यह घटना महिलाओं के खिलाफ अपराधों के बढ़ते मामलों की गंभीरता को उजागर करती है, और इसे लेकर पुलिस और समाज को और अधिक संवेदनशीलता और तत्परता दिखाने की आवश्यकता है।
एक अन्य रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि फिरोज़ और पीड़िता की मुलाकात साल 2023 में फेसबुक के जरिए हुई थी। उसने बातचीत के दौरान ही युवती को झाँसे में ले लिया। अपहण के सवाल पर प्रशासन का कहना है कि आरोपित फिरोज यूपी के सुल्तानपुर का रहने वाला है और वह युवती से मिलने के लिए कोंडागाँव आया था। 7 जून 2023 को दोनों भागकर मुंबई चले गए। वे वहाँ एक साल से ज़्यादा समय तक रहे, फिर नवंबर 2024 में पीड़िता वापस कोंडागाँव आई।
खैर जो भी हो, दोनों मुंबई पहुँचे। युवती ने आरोप लगाया है कि फिरोज मुंबई की एक फैक्ट्री में काम करता है। उसने धारावी की बस्ती में एक कमरे के छोटे में उसे रखा। उसमें खिड़की तक नहीं थी। वह रौशनी भी नहीं आने देता था। युवती का आरोप है कि फिरोज जब फैक्ट्री में काम के लिए सुबह जाता था तो उसका हाथ-पाँव को कपड़े से बाँधकर जाता था। उसके साथ मारपीट करता था और बाल पकड़ खींचता था।
युवती कहना है कि वह उसे खाना भी नहीं देता था। युवती वहाँ किसी को जानती नहीं थी, इसलिए चुपचाप जुल्म सहती थी। युवती का कहना है कि फिरोज पिछले 1.5 सालों से लगातार उसके साथ रेप कर रहा था। वह जब भी मना करती थी तो उसे बुरी तरह पीटता था। तीन-चार महीने पहले जब उसने फिरोज को रोका तो उसने उसने उसके प्राइवेट पार्ट में केमिकल डालकर जला दिया।
युवती ने बताया कि एक दिन फिरोज़ अपना मोबाइल घर पर ही भूल गया। इसके बाद उसने मोबाइल से एक नंबर निकाला। वह नंबर फिरोज की फैक्ट्री के मालिक का था। युवती ने फैक्ट्री मालिक को कॉल करके पूरी कहानी बताई। इसमें मालिक ने उसकी मदद की। वह रेलवे स्टेशन पहुँची और फिर वहाँ से अपने गाँव पहुँची। उसने घर पहुँचकर परिजनों को सारी बताई तो पुलिस में FIR दर्ज कराई।
पुलिस ने युवती को कोंडागाँव के जिला अस्पताल में भर्ती कराया है, जहाँ इलाज चल रहा है। कोंडागाँव जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉक्टर आरसी ठाकुर ने बताया कि 5 नवंबर को पीड़िता उल्टी, कमजोरी और पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल पहुँची। जाँच के दौरान स्त्री रोग परीक्षण में प्रेग्नेंसी टेस्ट नेगेटिव आया है। प्राइवेट पार्ट में लंबे समय से मौजूद इंफेक्शन जैसा पाया गया है।
सिविल सर्जन का कहना है कि युवती के शरीर के जलने या जख्म के कोई निशान नहीं थे। कोंडागाँव पुलिस ने आरोपित फिरोज को उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोंडागाँव लाया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेंद्र देव पटेल ने बताया है कि माकड़ी थाना क्षेत्र की पुलिस आरोपित से पूछताछ कर रही है।