छत्तीसगढ़ के बालोद में पत्नी से मिल रहे ईसाई धर्मान्तरण के दबाव में एक युवक द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर है। 35 वर्षीय मृतक का नाम सूरज देवांगन उर्फ़ गजेंद्र है। गजेंद्र ने अपने सुसाइड नोट में अपनी बीवी राजेश्वरी सहित अन्य ससुरालीजनों पर कार्रवाई की इच्छा जताई है। हिन्दू संगठनों ने इस मामले में कड़े एक्शन की माँग उठाई है। पुलिस ने धर्मान्तरण के आरोपों का खंडन किया है। घटना शुक्रवार (20 दिसंबर 2024) की है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना बालोद जिले के थानाक्षेत्र अर्जुन्दा की है। शुक्रवार को यहाँ के वार्ड नंबर 11 में रहने वाले सूरज देवांगन नाम के एक युवक ने अपने घर में फाँसी लगा ली। मौत से पहले सूरज ने घर की दीवाल पर अपना सुसाइड नोट लिखा था। इस नोट में सूरज ने लिखा, “मेरी पत्नी राकेश्वरी देवांगन जो कि आए दिन मुझसे वाद विवाद करती है। बच्चों को छोड़कर बार बार मायके चली जाती है, और वह ईसाई धर्म को अपना चुकी है।”
धर्मांतरण ने छत्तीसगढ़ में फिर एक युवक की जान ले ली है, मामला बालोद जिले के अर्जुंदा थाने का है।
" मेरी पत्नी राकेश्वरी देवांगन अक्सर मुझसे विवाद करती है और बच्चों को छोड़कर मायके चली जाती है। वो ईसाई धर्म अपना चुकी है। इसे लेकर मुझे आपत्ति है, उचित कार्रवाई की जाए।"
ये लाइन… pic.twitter.com/b1GwbRpugQ
— Voice of Chhattisgarh (@CGVOICE00777) December 20, 2024
अपने इसी नोट में सूरज ने किसी प्रकाश देवांगन द्वारा खुद से 50 हजार रुपए ले कर वापस न करने के साथ पत्नी के अलावा सास-ससुर और सालों द्वार मिल रही प्रताड़ना का भी जिक्र किया है। विश्व हिन्दू परिषद ने इस मामले में नामजद सभी आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। विहिप पदाधिकारी बलराम गुप्ता के अनुसार कार्रवाई में ढिलाई होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने केस दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है। हालाँकि प्रथम दृष्टया पुलिस इस मामले में धर्मान्तरण के दावों को नकार रही है। पुलिस का कहना है कि पूर्व में सूरज की पत्नी राजेश्वरी ने अपने पति के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज करवाई थी। प्रशासन आत्महत्या की वजह पैसे और घेरलू विवाद मान कर चल रहा है। फिलहाल सभी बिंदुओं पर जाँच जारी है। सूरज ने 2 माह पूर्व भी पुलिस में तहरीर दे कर अपनी पत्नी के खिलाफ बच्चों को छोड़ कर मायके जाने जैसे आरोप लगाए गए थे। पुलिस ने भी यह माना है कि सूरज की पत्न्नी ईसाई मत का पालन करती है जिसको लेकर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता रहता था।