यही तो है सनातन धर्म, जो भी इसे जानने और समझने की कोशिशें करता है, वो इसी का होकर रह जाता है। कभी न कभी वो अपनी जड़ों की ओर वापस लौटता है। छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही हुआ, जहां शक्ति जिले में एक साथ 651 से अधिक लोगों ने सनातन धर्म में घर वापसी कर ली।
क्या है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ में घर वापसी अभियान एक बड़ा सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दा बन गया है, जिसमें जबरन या लालच देकर धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों को पुनः उनके मूल धर्म, यानी सनातन धर्म में वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस पहल को हाल ही में 651 लोगों की सनातन धर्म में वापसी के संदर्भ में देखा गया, जो पहले ईसाई धर्म के अनुयायी बन गए थे।
मुख्य बिंदु:
- घर वापसी अभियान:
- भाजपा नेता प्रबल प्रताप जूदेव की अगुवाई में यह अभियान चल रहा है।
- घर वापसी के दौरान पारंपरिक रीति-रिवाजों का पालन किया गया, जैसे गंगाजल छिड़कना और चरण पखारना।
- धर्मांतरण पर चिंता:
- भाजपा नेताओं और हिन्दू संगठनों का आरोप है कि ईसाई मिशनरी अवैध तरीके से लालच देकर या भ्रमित करके वनवासी और कमजोर वर्गों के लोगों का धर्मांतरण करवा रही हैं।
- इन घटनाओं को सनातन संस्कृति के लिए खतरा बताया जा रहा है।
- क्रिप्टो ईसाई और आरक्षण का मुद्दा:
- आरोप है कि धर्मांतरण कर चुके लोग कागजों में खुद को हिंदू दिखाकर आरक्षण का लाभ उठा रहे हैं।
- इसे लेकर सख्त कार्रवाई और धर्मांतरण के खिलाफ मजबूत कानून की मांग की जा रही है।
- संगठनों का प्रदर्शन:
- हिन्दू संगठन धर्मांतरण विरोधी कानून बनाने की मांग कर रहे हैं।
- इन संगठनों ने युवाओं को घर वापसी अभियानों में भाग लेने का आह्वान किया है, ताकि समाज को संगठित और जागरूक किया जा सके।
भाजपा नेता का बयान:
- प्रबल प्रताप जूदेव ने कहा:
- “नकली हिंदू, यानी क्रिप्टो ईसाई, चालाकी से धर्मांतरण को बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे तत्वों का भंडाफोड़ होना चाहिए।”
- “घर वापसी के लिए युवाओं को आगे आना होगा, तभी सनातन संस्कृति की रक्षा की जा सकेगी।”
विरोध और समाधान की मांग:
- धर्मांतरण विरोधी कानून:
- धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कानून की मांग जोर पकड़ रही है।
- सामाजिक जागरूकता:
- हिन्दू संगठनों का कहना है कि धर्मांतरण को रोकने के लिए शिक्षा, रोजगार और सामाजिक उत्थान पर ध्यान देना आवश्यक है।
- वनवासी क्षेत्रों में विकास:
- सरकार को उन इलाकों में विशेष ध्यान देना चाहिए जहां लोग लालच या मजबूरी में धर्मांतरण करते हैं।
छत्तीसगढ़ में चल रहे घर वापसी अभियान ने धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर व्यापक बहस छेड़ दी है। धर्मांतरण के मामलों की जांच, सामाजिक विकास, और सख्त कानून बनाने के प्रयास इन समस्याओं से निपटने के लिए आवश्यक हैं। ऐसे अभियान सनातन संस्कृति की रक्षा के उद्देश्य से किए जा रहे हैं, लेकिन इसके सामाजिक-आर्थिक प्रभावों पर भी विचार करना जरूरी है।