RCB विक्ट्री परेड में मची भगदड़ की त्रासदी ने जीत की खुशी को मातम में बदल दिया। 17 साल के लंबे इंतजार के बाद आईपीएल 2025 जीतने वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम के लिए रखी गई विजय रैली उस वक्त एक भयानक हादसे में बदल गई, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भीषण भगदड़ मच गई।
RCB Victory Parade Tragedy – टॉप 10 अपडेट्स:
1. चिन्नास्वामी स्टेडियम बना हादसे का केंद्र
RCB की जीत के बाद बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में विक्ट्री परेड रखी गई थी। लाखों की भीड़ में भारी उत्साह था।
2. हजारों की भीड़ बेकाबू हुई, गेट के पास मची भगदड़
मेन गेट के पास अचानक भीड़ में धक्का-मुक्की शुरू हुई, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई।
3. हल्की बारिश ने बढ़ाई अफरा-तफरी
बारिश के दौरान लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में दौड़ने लगे, जिससे भगदड़ और तेज हो गई।
4. पुलिस का हल्का लाठीचार्ज विवादों में
भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा, जो और ज्यादा घातक साबित हुआ।
5. 11 लोगों की मौत की पुष्टि
- Bowring Hospital: 7 मौतें
- Vaidehi Hospital (Mallya Road): 4 मौतें
- कुल मृतकों की संख्या अब तक 11 हो चुकी है।
6. 50 से अधिक लोग घायल, बच्चा भी बेहोश
- कई लोगों को गंभीर चोटें आईं
- एक बच्चा बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती
7. सोशल मीडिया पर वायरल हुए भयावह दृश्य
घायलों को सीपीआर देते लोग, हांफती भीड़, भागते पुलिसकर्मी — कई वीडियो और तस्वीरें इंटरनेट पर वायरल हो गईं।
8. उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार मौके पर रवाना
उन्होंने कहा, “मृतकों और घायलों की सटीक संख्या की पुष्टि बाद में की जाएगी, लेकिन मैं स्थिति का जायजा लेने मौके पर जा रहा हूं।”
9. आयोजन में गंभीर लापरवाही के आरोप
प्रशासन और आयोजकों पर भीड़ नियंत्रण की चूक और सुरक्षा व्यवस्था की लापरवाही के आरोप लग रहे हैं।
10. RCB फ्रेंचाइज़ी ने जताया दुख, जांच की मांग
RCB टीम की ओर से एक आधिकारिक बयान आया:
“यह जीत हम सभी की थी, लेकिन इस हादसे ने हमें गहरा दुख दिया है। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं। पूरी जांच होनी चाहिए।”
प्रमुख सवाल उठे हैं:
- इतनी भारी भीड़ को लेकर क्या प्रशासन ने कोई पूर्व योजना बनाई थी?
- बारिश की संभावना के बावजूद सुरक्षा प्रोटोकॉल में बदलाव क्यों नहीं किया गया?
- क्या बिना टोकन या अनुमति के प्रवेश को नियंत्रित करने के पर्याप्त उपाय किए गए थे?
निष्कर्ष:
RCB की ऐतिहासिक जीत अब एक राष्ट्रीय शोक में बदल गई है। यह हादसा न केवल प्रशासन की नाकामी दर्शाता है, बल्कि यह भी चेतावनी देता है कि सार्वजनिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था सर्वोपरि होनी चाहिए।