लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के बाद जहां जीतने वाली पार्टी सरकार बनाने की तैयारियों में लग गई है, वहीं हारने वाली पार्टियों ने हार का गम गलत करने के लिए एक्शन लेना शुरू कर दिया है. इंडिया गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बाद दिल्ली की सातों सीटों पर मुंह की खाने वाली आम आदमी पार्टी ने हार का ठीकरा अपने ही नेता पर फोड़ दिया है. आप ने अपनी पार्टी के पूर्व विधायक को पार्टी से निलंबित कर दिया है.
आम आदमी पार्टी के राज्य संयोजक गोपाल राय की ओर से आम आदमी पार्टी के लेटर हेड पर जारी किए गए आदेश में लक्ष्मी नगर से छठी विधानसभा में आम आदमी पार्टी के विधायक रहे नितिन त्यागी की पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सस्पेंड कर दी है. अब नितिन त्यागी आप के सदस्य नहीं रहेंगे.
गोपाल राय की ओर से जारी किए गए सस्पेंशन लेटर में कहा गया है कि नितिन त्यागी को लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान एंटी पार्टी गतिविधयों में लिप्त पाया गया. जिसके बाद उनकी पार्टी ने उनके सदस्य के रूप में सदस्यता को भंग करने का फैसला लिया है. इतना ही नहीं पार्टी की ओर से की जाने वाली कार्रवाई अभी लंबित है जो नेता के खिलाफ जारी रहेगी.
पार्टी का लेटर जारी होने के बाद पूर्व विधायक नितिन त्यागी का बयान भी आ गया है। नितिन ने एक्स पर लेटर पोस्ट करते हुए अपना पक्ष रखा है।
नितिन त्यागी ने क्या किया पोस्ट
आजकल पार्टी में सच बोलना पार्टी विरोधी हो गया?
पार्टी के मूल आधारों को खत्म करना पार्टी विरोधी होता है @AapKaGopalRai जी।
जिनके खिलाफ जनता ने चुके भेजा था, उनके लिए ही जानता से वोट मांगना पार्टी विरोधी होता है। pic.twitter.com/sHD3ijSZmc
— Nitin Tyagi (@NitinTyagiAAP) June 7, 2024
कौन हैं नितिन त्यागी
नितिन त्यागी आम आदमी पार्टी के सदस्य थे और इन्होंने अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी की ओर से 2015 में लक्ष्मी नगर से विधानसभा चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में त्यागी को जीत हासिल हुई और वे विधायक चुनकर दिल्ली विधानसभा में पहुंचे. नितिन त्यागी ने 2020 तक अपना कार्यकाल पूरा किया और आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए थे. त्यागी आम आदमी पार्टी के काफी पढ़े लिखे उम्मीदवार थे जो मेरठ से आते हैं.
त्यागी पर आरोप है कि लोकसभा चुनावों के दौरान स्वाति मालीवाल बनाम अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार का मामला सामने आने के बाद इन्होंने स्वाति मालीवाल का साथ दिया था. साथ ही आम आदमी पार्टी को लेकर चुनावों में भी बयानबाजी की थी..