संसद की सुरक्षा में एक बार फिर से सेंध लगाने की कोशिश नाकाम हो गई. इस मामले में सुरक्षा बलों ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया. दरअसल, ये तीनों लोग फर्जी आधार कार्ड दिखाकर संसद भवन परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन सुरक्षा बलों के हत्थे चढ़ गए. इसके बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों ने तीनों को पकड़कर दिल्ली पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है. बता दें पिछले साल भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जब सुरक्षा बलों ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था.
Delhi Police begins probe against three people trying to enter Parliament with fake documents
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— ANI Digital (@ani_digital) June 7, 2024
क्या बोली दिल्ली पुलिस?
संसद परिसर में फर्जी आधार के जरिए घुसने की कोशिश के मामले में दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी. पुलिस ने बताया कि पूरा मामला चार जून का है. पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान कासिम, मोनिस और शोएब के रूप में की गई है. दिल्ली पुलिस ने तीनों पर जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है.
पिछले साल भी हुई थी संसद की सुरक्षा में चूक
बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब संसद की सुरक्षा में इस तरह की सेंध मारी की कोशिश की गए हो. इससे पहले पिछले साल ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जब पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था. दरअसल, पिछले साल 13 दिसंबर को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से दो लोग सदन के भीतर कूद गए. उसके बाद दोनों ने केन के जरिए सदन में धुआं फैला दिया था.
इस दौरान नीलम आजाद और शिंदे ने संसद परिसर में नारेबाजी की. पुलिस ने इस मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनके नाम मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल धनराज शिंदे, नीलम, ललित झा और महेश कुमावत हैं. दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस मामले में कल यानी गुरुवार (6 जून) को ही सभी छह आरोपियों पर सख्त गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दी है.