दिल्ली पुलिस ने न्यूजक्लिक और उसके संस्थापक प्रबीर पुरकायस्थ के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है। इसमें उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने जानबूझकर भारत सरकार के कोरोना वायरस से लड़ने के लिए वैक्सीन बनाने के प्रयासों को कमजोर करने की कोशिश की। चार्जशीट में कहा गया है कि ‘ये काम आतंकवाद जैसा ही है, क्योंकि इनका लक्ष्य जनता का स्वास्थ्य था, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’ प्रबीर पुरकायस्थ को आतंकवाद विरोधी कानून UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया है।
दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया, ‘जांच के दौरान मिले सबूत भारत के कोरोना वायरस से लड़ने के प्रयासों को कमजोर करने के एक सुनियोजित अभियान को साफ तौर पर उजागर करते हैं। ये अभियान एकतरफा सोच से प्रेरित था और संभावित रूप से बाहरी ताकतों से भी प्रभावित था। इन लोगों के दुर्भावनापूर्ण कृत्यों ने न केवल उन लोगों के जीवन को खतरे में डाला जिन्होंने आरोपियों की ओर से फैलाई गई गलत सूचना के कारण टीका नहीं लगवाया, बल्कि इससे पूरे देश के लोगों के सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा को भी गंभीर खतरा पैदा हो गया।’
क्या है न्यूजक्लिक का पक्ष?
एक बयान में न्यूजक्लिक ने कहा कि आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। बयान में कहा गया, ‘न्यूजक्लिक और प्रबीर का किसी भी आतंकवादी गतिविधि में कोई हाथ नहीं है। न ही इसके कोई सबूत हैं। प्रबीर का किसी आतंकवादी संगठन से कोई संबंध नहीं है। इन रिपोर्ट्स का समय यह स्पष्ट करता है कि उनका उद्देश्य जनता की राय और लंबित न्यायिक कार्यवाही को प्रभावित करना है। चार्जशीट जांच अधिकारी के ‘आरोपों’ के रूप में प्रस्तुत राय का सिर्फ एक समूह है। इन आरोपों को कड़ाई से लड़ा जाएगा।’