दिल्ली में हालिया भारी बारिश और उसके चलते हुए जलभराव की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सख्त रुख अपनाया है। उनकी टिप्पणी और कार्रवाई यह दिखाती है कि दिल्ली सरकार अब बरसाती मौसम में जलभराव की समस्या को लेकर ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपना रही है।
दिल्ली में भारी बारिश और जलभराव की स्थिति
- बीते कुछ दिनों से दिल्ली में लगातार बारिश हो रही है, जिससे कई इलाकों में सड़कों पर जलभराव हो गया है।
- मिंटो ब्रिज अंडरपास जैसे पुराने जलभराव वाले स्थान फिर से प्रभावित हुए।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का सख्त संदेश
🔹 अधिकारियों को चेतावनी:
“अगर जलभराव की सूचना आई तो जिम्मेदार अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अधिकारी अपना काम ईमानदारी और समय पर करें।” – सीएम रेखा गुप्ता
- हर जलभराव-प्रवण क्षेत्र के लिए निर्दिष्ट अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
- अगर कहीं पानी भरता है, तो सीधे वही अधिकारी जिम्मेदार माने जाएंगे।
शालीमार बाग दौरा और कार्यों का उद्घाटन
- सीएम गुप्ता ने अपने क्षेत्र शालीमार बाग में सीवर, गैस और पानी की पाइपलाइनों का उद्घाटन किया।
- मौके पर उन्होंने स्थानीय लोगों से फीडबैक भी लिया और जलभराव से निजात दिलाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
- सीएम ने बताया कि पिछले महीने मिंटो ब्रिज जलभराव के मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।
- इससे यह स्पष्ट है कि यह चेतावनी केवल दिखावे की नहीं है, बल्कि पूर्व में कार्रवाई का उदाहरण भी मौजूद है।
सरकार की दिशा: जवाबदेही और तत्परता
- दिल्ली सरकार अब प्रशासनिक जवाबदेही को प्राथमिकता दे रही है।
- मॉनसून एक्शन प्लान, पंपिंग स्टेशन, ड्रेन सफाई, और रीयल-टाइम मॉनिटरिंग जैसे उपायों को भी लागू करने पर ज़ोर है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की यह कार्रवाई यह दर्शाती है कि दिल्ली सरकार अब जलभराव को केवल प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही का नतीजा मान रही है। अगर अधिकारी समय रहते कदम उठाते हैं, तो राजधानी में जलभराव को काफी हद तक रोका जा सकता है।