ACB द्वारा दर्ज किया गया नया भ्रष्टाचार का मामला मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन — दोनों ही आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख नेताओं के खिलाफ है, और इसमें लगभग ₹2,000 करोड़ के कथित घोटाले की बात कही गई है।
मामले की मुख्य बातें:
✅ घोटाले की राशि:
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कुल ₹2,000 करोड़ का कथित घोटाला
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12,748 कक्षा कक्षों के निर्माण पर प्रति कक्षा ₹24.86 लाख का खर्च
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यह सामान्य निर्माण लागत से लगभग 5 गुना अधिक बताया जा रहा है
✅ अनियमितताएं (ACB के अनुसार):
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उचित टेंडर प्रक्रिया का पालन नहीं हुआ
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ठेके आप से जुड़े ठेकेदारों को दिए गए
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सलाहकारों की नियुक्ति भी बिना प्रक्रिया के की गई
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निर्माण के लिए जरूरी अनुमतियों के बिना काम शुरू किया गया
✅ कानूनी स्थिति:
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मामला धारा 17-ए, पीओसी अधिनियम के तहत दर्ज
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इस धारा के तहत भ्रष्टाचार के मामलों में लोक सेवकों की भूमिका की जांच होती है
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सक्षम प्राधिकारी से अनुमति लेकर केस दर्ज किया गया है
✅ पृष्ठभूमि:
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इस घोटाले की शिकायत 2019 में भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने की थी
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शिकायत के अनुसार, जोन 23, 24, 28 में स्कूल निर्माण में भारी वित्तीय अनियमितताएं थीं
राजनीतिक और कानूनी प्रभाव:
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आप पार्टी की छवि को गहरा झटका:
पार्टी की मुख्य पहचान ‘ईमानदार राजनीति’ रही है, यह मामला उसकी छवि पर सीधा आघात है। -
मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन पहले से ही जेल में हैं:
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सिसोदिया: दिल्ली शराब नीति मामले में
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जैन: हवाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में
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अब यह तीसरा गंभीर मामला उनके खिलाफ दर्ज हुआ है
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राजनीतिक मोर्चे पर भाजपा को बढ़त:
भाजपा लगातार AAP पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती रही है — यह मामला उनके लिए चुनावी मुद्दा बन सकता है, खासकर दिल्ली विधानसभा और MCD चुनावों के संदर्भ में।
AAP की प्रतिक्रिया (अब तक):
(यदि आपको चाहें तो मैं उनकी आधिकारिक प्रतिक्रिया या प्रेस कॉन्फ्रेंस का सार भी बता सकता हूँ, क्योंकि आम तौर पर आप इन मामलों को “राजनीतिक प्रतिशोध” बताती रही है।)