दिल्ली में डेंगू के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बीते एक हफ्ते में 472 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे इस वर्ष कुल मामलों की संख्या 4,533 तक पहुंच गई है। डेंगू के कारण अब तक इस साल 3 मौतें भी हो चुकी हैं। दिल्ली नगर निगम द्वारा जारी इस जानकारी से साफ होता है कि डेंगू का खतरा गंभीर बना हुआ है, और इसे नियंत्रित करने के लिए नागरिकों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
सुरक्षा के लिहाज से प्रशासन ने लोगों को अपने आसपास पानी जमा न होने देने, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने और मच्छर निरोधक उपाय अपनाने की सलाह दी है।
डेंगू कैसे फैलता है?
डेंगू बीमारी मच्छरों के काटने से फैलती है। इस बीमारी में शरीर से तेजी से प्लेटलेट्स गिरते हैं, इससे मरीज की हालत बिगड़ती जाती है और उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ता है। गंभीर स्थिति में पहुंचने पर मरीज की मौत भी हो जाती है। इस बीमारी के आम लक्षण तेज बुखार, उल्टी और सिर में दर्द हैं।
डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है, जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। इसके होने से मरीज को शरीर में कमजोरी लगने लगती है और प्लेटलेट्स डाउन होने लगते हैं। एक आम इंसान के शरीर में 3 से 4 लाख प्लेटलेट्स होते हैं। डेंगू से ये प्लेटलेट्स गिरते हैं। डॉक्टरों का मानना है कि 10 हजार प्लेटलेट्स बचने पर मरीज बेचैन होने लगता है। ऐसे में लगातार मॉनीटरिंग जरूरी है।
472 dengue cases were reported in the last week in Delhi. 3 deaths due to dengue this year so far. A total of 4533 cases have been reported so far this year: Municipal Corporation of Delhi pic.twitter.com/FrhLSYvgRg
— ANI (@ANI) November 11, 2024
डॉक्टरों के अनुसार, डेंगू के मरीज को विटामिन सी से भरपूर फल खिलाना सबसे लाभकारी माना जाता है। इस दौरान कीवी, नाशपाती और अन्य विटामिन सी से भरपूर फ्रूट्स खिलाने चाहिए। इसके अलावा मरीज को ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट देना चाहिए। इस दौरान मरीज को नारियल पानी भी पिलाना चाहिए। मरीज को ताजा घर का बना सूप और जूस दे सकते हैं।
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार
- प्लेटलेट्स कम
- शरीर में दर्द
- डायरिया
- सिरदर्द
- रैशेज
- वॉमिट
डेंगू के आफ्टर इफेक्टस क्या हैं?
- थकान-कमजोरी का रहना
- सांस लेने में दिक्कत होना
- जोड़ों में दर्द का रहना
- खून की कमी होना
मच्छर भगाने के प्राकृतिक उपाय
- घर में लोबान जलाएं
- कमरे में कपूर जलाएं
- नीलगिरी-नीम का तेल मिलाकर लगाएं