देशभर में एक तरफ नवरात्रि त्योहार को धूमधाम से मनाया जा रहा है. वहीं, दूसरी तरफ राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक स्थित सदर बाज़ार में खुलेआम हिंदू देवी देवताओं का अपमान हो रहा हैं. बताया जा रहा है कि यहां दुकानों में देवी देवताओं की फोटो बेचे जा रहे है. उसी दौरान कुछ लोग फोटो को अपने पैरों के नीचे दबाए हुए हैं.
जानकारी के लिए बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा रहा है दुकानदार हिंदू देवी देवताओं का खुलेआम अपमान कर रहे है. यह लोग दुकान में माता रानी के फोटो पर पैर रख कर बैठे हुए है. जिस तरह से खुलेआम बजार में यह लोग हिंदू देवी देवताओं के उपर पैर रख कर बैठे है. इसने हिंदुओं को सोचने पर मजबुर कर दिया है. सनातन धर्म में जिस फोटो को अपने घर ला कर पूजा-अर्चना करते है. उसी फोटो पर इन लोगों ने पैर रखा हुआ है. हमारे आराध्य देवी देवताओं का घोर अपमान कर रहें हैं.
भारत में आए दिन हिंदू देवी देवताओं का अपमान किया जाता है. देश के कई बड़े नेता सनातन धर्म के साथ पवित्र ग्रंथ को लेकर भी कई तरह के बयान दे चुके है. वहीं, यह मामला अब सामने आया है. बता दें कि इससे पहले उदयनिधि पिछले दिनों सनातन उन्मूलन सम्मेलन शामिल होने पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा था, सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.
वहीं, उदयनिधि के बाद उनकी पार्टी के सांसद ए राजा उनसे भी एक कदम आगे निकले. उन्होंने कहा, सनातन पर उदयनिधि का रुख नरम था. उन्होंने कहा, सनातन धर्म की तुलना सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए. जबकि उदयनिधि ने सनातन की तुलना मलेरिया से की है. ए राजा ने कहा, सनातन की तुलना एचआईवी और कुष्ठ रोग जैसे सामाजिक कलंक वाली बीमारियों से की जानी चाहिए.
बता दें कि भारत में जिस तरह से हिंदू देवी देवताओं के साथ सनातन धर्म को अपमानीत किया जाता है. वहीं, देश में और कई धर्म है उसको लेकर कोइ टिप्पणी नही की जाती है. लेकिन जब भी सनातन की बात आती है तो तुस्टीकरण के राजनीति करने के लिए सबसे पहले हिंदू और सनातन पर बेतुके बयान देना शुरू कर देता है.