दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने 15 साल की एक लड़की से रेप के मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। डीसीडब्ल्यू को लड़की के पिता से शिकायत मिली, जिन्होंने डीसीडब्ल्यू को बताया कि वह अपने परिवार के साथ मदनगीर, अंबेडकर नगर में रहते हैं। उन्होंने बताया है कि 23 अप्रैल, 2023 की रात में उनकी बेटी लापता हो गई और जब उन्होंने दिल्ली पुलिस के सामने शिकायत दर्ज कराई तो उन्हें सुबह तक इंतजार करने के लिए कहा गया।
सुबह बच्ची वापस आई तो उसने बताया कि वह छत पर सो रही थी। पिता ने बताया है कि घटना के बाद लड़की का व्यवहार एकदम से बदल गया और वह शांत और अलग-थलग रहने लगी। विशेषज्ञों द्वारा उसकी काउंसलिंग भी करवाई गई, लेकिन समय के साथ उसकी हालत बिगड़ती गई और उसको पैनिक अटैक आने लगे। 17 अगस्त को लड़की को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पता चला कि वह 3-4 महीने की गर्भवती है। काउंसलिंग के दौरान पता चला कि उनके पड़ोस में रहने वाले एक लड़के ने 23 अप्रैल, 2023 की रात में उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया था।
शिकायतकर्ता ने कहा है कि आरोपी ने लड़की को धमकी दी थी कि वह घटना के बारे में किसी को न बताए अन्यथा वह उसके परिवार को मार डालेगा। शिकायतकर्ता ने आगे आरोप लगाया है कि उनकी बेटी का पहले भी अक्टूबर-2018 से जनवरी-2019 तक संगम विहार में उसके घर की इमारत में रहने वाले एक अन्य व्यक्ति द्वारा यौन उत्पीड़न किया गया था। डीसीडब्ल्यू को सूचित किया गया है कि मामले में अंबेडकर नगर थाने में आईपीसी की धारा 376 और 6 पॉस्को के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। हालांकि, एफआईआर में केवल एक आरोपी का उल्लेख है, अन्य का नहीं। डीसीडब्ल्यू को यह भी बताया गया कि अब तक पीड़िता का 164 सीआरपीसी के तहत बयान दर्ज नहीं किया गया है। बच्ची फिलहाल एक सरकारी अस्पताल में भर्ती है।
उधर, डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सदस्य वंदना सिंह के साथ मंगलवार को अस्पताल का दौरा किया और लड़की और उसके परिवार से मिलीं। उसके बाद स्वाति ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में कार्रवाई रिपोर्ट मांगी। डीसीडब्ल्यू ने मामले में गिरफ्तार आरोपियों का विवरण और लड़की के पिता द्वारा बताए गए अन्य आरोपियों को गिरफ्तार न करने की वजह पूछी है। डीसीडब्ल्यू ने 164 सीआरपीसी के तहत पीड़िता का बयान तत्काल दर्ज करने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों का विवरण भी मांगा है।