किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च का आज तीसरा दिल्ली है। दिल्ली की ओर कूच करने के लिए बड़ी संख्या में किसान पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर डटे हैं। इस बीच, दिल्ली के बॉर्डर इलाके के रास्तों को सील कर दिया गया है। दिल्ली-यूपी, दिल्ली-पंजाब और दिल्ली-हरियाणा को जोड़ने वाली सीमाओं पर भारी पुलिस बल तैनात है। किसान के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के पहले दिन 13 फरवरी को लोगों को जाम की स्थिति से जुझना पड़ा। इस बीच, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने एक रिकॉर्ड काम कर लिया।
71.09 लाख यात्रियों ने किया सफर
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी तक किसानों के मार्च के चलते भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच एनसीआर क्षेत्र में ट्रैफिक जाम देखा गया। इस बीच, दिल्ली मेट्रो ने 13 फरवरी को अब तक के अपने इतिहास में सबसे अधिक यात्रियों की यात्रा दर्ज की। दिल्ली मेट्रो से मंगलवार को 71.09 लाख यात्रियों ने सफर किया।
4 सितंबर को 71.03 लाख था आंकड़ा
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने बुधवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में डेटा शेयर करते हुए कहा कि उसने पिछले सितंबर में हासिल किए गए अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। दिल्ली मेट्रो में दैनिक यात्रियों की संख्या पिछले साल चार सितंबर को 71.03 लाख और 29 अगस्त 2023 को 69.94 लाख थी। डीएमआरसी ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘दिल्ली मेट्रो ने मंगलवार (13 फरवरी, 2024) को 71.09 लाख दैनिक यात्रियों की संख्या दर्ज करके सितंबर 2023 में बनाए गए अपने सर्वाधिक दैनिक यात्रियों का रिकॉर्ड को तोड़ दिया, जो अब तक की सबसे अधिक दैनिक यात्रियों की संख्या थी।”
Delhi Metro broke its highest Passenger journeys record set in September 2023 by registering an unmatched 71.09 lakh passenger journeys on Tuesday (February 13, 2024), the highest ever daily passenger journeys. pic.twitter.com/xgtuEUS0dI
— Delhi Metro Rail Corporation (@OfficialDMRC) February 14, 2024
9 स्टेशनों पर कुछ गेट कई घंटे बंद रहा
मंगलवार को दिल्ली मेट्रो ने किसानों के दिल्ली मार्च के मद्देनजर 9 स्टेशनों पर कुछ गेट को कई घंटों के लिए बंद करते हुए यात्रियों के प्रवेश और निकास को नियंत्रित किया था। यात्रियों को अन्य द्वारों से इन स्टेशनों में प्रवेश करने या बाहर निकलने की अनुमति दी गई थी। बाद में डीएमआरसी ने एक बयान में कहा कि यात्रियों ने साबित किया है कि डीएमआरसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में लोक परिवहन का एक प्रमुख साधन है। 13 फरवरी को 71,09,171 दैनिक यात्रियों ने मेट्रो के विभिन्न गलियारों की ट्रेन में सफर किया। आकंड़ों के मुताबिक, रेड लाइन में 7,57,629, येलो लाइन में 19,34,568, ग्रीन लाइन में 3,35,350 और रैपिड मेट्रो में 51,910 लोगों ने सफर किया।
किसान आंदोलन से बढ़ी भीड़
इससे पहले 13 फरवरी को दिल्ली मेट्रो ने किसानों के दिल्ली की ओर मार्च के मद्देनजर नौ स्टेशनों पर कुछ गेटों को कई घंटों के लिए बंद करके यात्रियों के प्रवेश और निकास को नियंत्रित किया था. यात्रियों को अन्य द्वारों से इन स्टेशनों में प्रवेश करने या बाहर निकलने की अनुमति दी गई थी. डीएमसीआर ने कहा था कि राजीव चौक, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय, पटेल चौक, उद्योग भवन, जनपथ, खान मार्केट, लोक कल्याण मार्ग और बाराखंभा रोड सहित नौ स्टेशनों पर कुछ गेट बंद कर दिए गए थे. केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर गेट संख्या एक, दो और पांच को सुरक्षा कारणों से बंद कर दिया गया था, जबकि गेट संख्या तीन और चार पर आवाजाही जारी थी.
कई इलाकों में ट्रैफिक पर रोक से बढ़े यात्री
गौरतलब है कि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए सिंघु, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं को बंद करने के लिए कई चरणों में अवरोधक लगाने के अलावा पुलिस और अर्द्धसैन्य बलों की भारी तैनाती की गयी है. दिल्ली मेट्रो एक पर्यावरण-अनुकूल प्रणाली है. जब अधिक यात्री अपने निजी वाहनों के बजाय मेट्रो को प्राथमिकता देते हैं, तो वाहन उत्सर्जन में कमी आती है. जो शहर और उसके आसपास की वायु गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करती है.