देशभर में प्याज की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है। इस कारण राजधानी दिल्ली में खुदरा बाजार में प्याज का दाम 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है। यही स्थिति देश के अलग-अलग हिस्सों में देखी जा रही है। प्याज की कीमत में बढ़ोतरी के पीछे की वजह खरीफ की फसलों के आवक में देरी को माना जा रहा है, जिस कारण मंडियों में प्याज की आपूर्ति पहले के मुकाबले कम हो गई है।
देश के अलग-अलग शहरों में बढ़े प्याज के दाम
दिल्ली ही नहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में प्याज की कीमत में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। मुंबई के वाशी एपीएमसी में थोक में प्याज 50 रुपये प्रति किलो और रिटेल में 80 रुपये प्रति किलो मिल रहा है। एपीएमसी में व्यापारियों का कहना है कि आपूर्ति में कमी के कारण प्याज की कीमत 60 रुपये प्रति किलो तक जा सकती है। ऐसे में रिटेल कीमत 100 रुपये तक देखने को मिल सकती है।
कुछ ऐसा ही हाल बेंगलुरु में देखने को मिल रहा है। यहां की यसवंतपुर एपीएमसी में थोक में प्याज का रेट 65 रुपये प्रति किलो तक चला गया है। वहीं, कुछ हफ्ते पहले तक ये 35 रुपये से लेकर 40 रुपये प्रति किलो था। व्यापारियों ने कहा कि मंडी में पहले प्रतिदिन 500 से लेकर 1000 के बीच में प्याज के ट्रक आते थे, लेकिन अब इनकी संख्या घटकर 100 के आसपास रह गई है।
सरकार सस्ते दामों पर बेच रही प्याज
बातचीत करते हुए उपभोक्ता मामलों के सचिव, रोहित कुमार सिंह ने कहा कि प्याज की कीमतों को कम रखने के लिए सरकार अगस्त के मध्य से ही बफर में रखे प्याज को बाजार में बेच रही है। आगे कहा कि राज्यों में प्याज की कीमतों में तेजी से वृद्धि देखने को मिली है। वहां, थोक के साथ-साथ खुदरा में भी प्याज को बेचा जा रहा है। सस्ती दरों पर प्याज बेचने का कार्य सरकार की ओर से NCCE और NAFED के माध्यम से किया जा रहा है और इसकी कीमत 25 रुपये प्रति किलो है।