आज 26 अगस्त को नई दिल्ली में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में 52 पाल के अध्यक्ष अरुण जैलदार ने कहा कि ब्रज मंडल धार्मिक यात्रा एक ऐतिहासिक यात्रा है, जो 31 जुलाई को हुए हिंसक हमलों के कारण अधूरी रह गई थी। अब 28 अगस्त को यह यात्रा मेवात के सर्व हिंदू समाज के द्वारा निकल जाएगी। विश्व हिंदू परिषद ने इस यात्रा को एक संगठित स्वरूप प्रदान किया था। वह अभी भी एक सहयोगी संस्था के रूप में हमारे साथ उपस्थित रहेगी। उन्होंने कहा कि जी— 20 के महत्वपूर्ण आयोजन और मेवात में दंगाइयों पर पुलिस की सघन कार्रवाई को देखते हुए प्रशासन के साथ चर्चा करके हम इसके आकार प्रकार पर विचार कर सकते हैं।
इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि इस बार की यात्रा का आयोजन मेवात के हिंदू समाज ने ही आग्रहपूर्वक करने का निश्चय किया है। इसलिए विश्व हिंदू परिषद मेवात से बाहर के हिंदू समाज को वहां न बुलाकर संपूर्ण प्रदेश के लिए एक कार्यक्रम की घोषणा कर रही है। उस दिन प्रदेश के हर प्रखंड में एक शिव मंदिर में दोपहर 11:00 सामूहिक जलाभिषेक का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और वहां का हिंदू समाज इस कार्यक्रम में भाग लेगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से भगवान शंकर से प्रार्थना की जाएगी कि वे दंगाइयों को सद्बुद्धि प्रदान करें जिससे वे भविष्य में हिंदू समाज के कार्यक्रमों और यात्राओं में किसी प्रकार की बाधा न डालें और शांतिपूर्ण सह अस्तित्व के अनुसार व्यवहार करना सीखें।
ब्रजमंडल की यह ऐतिहासिक धार्मिक यात्रा सर्व हिंदू समाज के बैनर तले निकलेगी। श्री अरुण जैलदार वहां के सामाजिक और धार्मिक नेताओं के साथ इस यात्रा में रहेंगे। पूज्य स्वामी जितेंद्रानंद जी महाराज (अध्यक्ष, संत समिति), पूज्य स्वामी धर्मदेव जी महाराज, पूज्य स्वामी नवल किशोर दास जी, महाराज पूज्य स्वामी आदित्यनाथ जी महाराज जैसे अन्य पूज्य संत इस धार्मिक यात्रा की अगुवाई करेंगे तथा विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार भी उसमें रहेंगे। डॉ. जैन ने आशा व्यक्त की कि यह यात्रा हमेशा की तरह शांति और सौहार्द के साथ ही निकलेगी और सद्भाव का एक नया उदाहरण प्रस्तुत करेगी। इस प्रेस वार्ता में गो सेवा आयोग के सदस्य श्री सुरेंद्र कुमार देशवाल और मेवात के प्रमुख समाजसेवी श्री सुरेंद्र भाटी व श्री रंजीत नंबरदार के अतिरिक्त मेवात से विभिन्न समाज व संस्थाओं के प्रतिनिधि के रूप में 12 से अधिक सदस्य मुख्य रूप से उपस्थित थे।