लोकसभा चुनाव 2024 के बीच पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर एक बड़ा मुद्दा बन चुका है। भारतीय जनता पार्टी के विभिन्न नेता बार-बार जल्द ही पाकिस्तान के कब्जे से कश्मीर को छुड़ाने की बात कह रहे हैं। ऐसे में अब मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी पीओके को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा है कि तीसरी बार प्रधानमंत्री चुने जाने पर मोदी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को वापस ले लेंगे। इसके साथ ही शिवराज ने भारत के पहले पीएम जवाहरलाल नेहरू की कश्मीर नीति को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं।
#WATCH दिल्ली: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "पंडित जवाहरलाल नेहरू ने एक ऐतिहासिक गलती की, हमारे सुरक्षा बल पाकिस्तान के खिलाफ लड़ रहे थे लेकिन उन्होंने युद्ध बंद कर दिया, अगर युद्ध 3 दिन और चलता तो पूरा कश्मीर हमारा होता। अब सिर्फ PoK… pic.twitter.com/MVSzO4bZ23
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2024
नरेन्द्र मोदी देश को एक साथ लाएंगे- शिवराज
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दक्षिणी दिल्ली भाजपा उम्मीदवार रामवीर सिंह बिधूड़ी के समर्थन में एक रैली को संबोधित किया। यहां उन्होंने भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू पर देश को तोड़ने का आरोप लगाया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को एक साथ लाएंगे। शिवराज ने ये भी कहा कि पीएम मोदी को भगवान ने देश में बुराई खत्म करने के लिए भेजा है। उनके मार्गदर्शन में देश समृद्ध हुआ है और विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है।
कांग्रेस और नेहरू ने देश को तोड़ा- शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस और नेहरू ने देश को तोड़ने का पाप किया। यदि नेहरू ने 1947 का युद्ध नहीं रोका होता तथा इसे तीन दिन और जारी रहने दिया होता, तो आज पूरा कश्मीर भारत का हिस्सा होता और कोई पीओके नहीं होता। आपको बता दें कि इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई नेता पीओके को लेकर बयान दे चुके हैं।
PoK भारत का हिस्सा है- अमित शाह
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता अमित शाह ने कहा था कि PoK भारत का हिस्सा है और इस पर हमारा अधिकार है, इसको कोई झुठला नहीं सकता। फारूक अब्दुल्ला और कांग्रेस के नेता आज कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु बम है। PoK की मांग न करिए। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि 130 करोड़ की आबादी वाला देश क्या किसी से डरकर अपने अधिकार जाने देगा। राहुल गांधी को बताना चाहिए कि पाकिस्तान के सम्मान की बात करके उनकी पार्टी के लोग क्या कहना चाहते हैं?