चिटफंड कंपनी के नाम पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए ठगने वाली फर्जी कंपनी की डायरेक्टर मोनिका कपूर को उत्तराखंड STF ने दिल्ली के पंजाबी बाग (प्रगति अपार्टमेंट) से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ के ऑपरेशन प्रहार के तहत वो गिरफ्त में आयी है और उसपर 61 हजार का इनाम घोषित था। मोनिका पिछले 2 साल से फरार चल रही थी। इन्वेस्टमेंट के नाम पर गरीब तबक़े के लोगों से धोखाधड़ी करने वाली “जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड की डायरेक्टर मोनिका कपूर के खिलाफ देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी और चमोली जैसे 4 जनपदों में गैंगस्टर सहित 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष कुमार के अनुसार आरडी, एफडी के नाम पर करोडों रुपये ठगने वाले इस फर्जी कंपनी के तीन आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। हालांकि अभी भी इस घोटाले में कुछ लोग फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। एसएसपी के मुताबिक गिरफ्तार की गई दिल्ली निवासी मोनिका कपूर “जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड नामक एक फर्जी कंपनी की डायरेक्टर थी। इस फर्जी कंपनी का मुख्यालय नई दिल्ली नागलोई स्थित राठी बिल्डिंग प्लॉट नंबर 231/18A बीना इन्कलेव में था। मास्टरमाइंड मोनिका कपूर द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर 2015 में फर्जी कंपनी बनाई थी।
इसके बाद उत्तराखंड राज्य के अलग-अलग जनपदों तहसील ब्लाक में स्थानीय शिक्षित एवं बेरोजगार युवाओं को कंपनी में कंपनी का प्रचार करने और अन्य नवयुवकों को जोड़ने के साथ ही उसमें निवेश करने के लिए प्रेरित किया गया। ऐसे में फ़र्जी कंपनी के झांसे में आकर 4 जनपदों से स्थानीय बेरोजगार नवयुवकों सहित भारी संख्या कई लोग कंपनी में इन्वेस्टमेंट कर मोटे मुनाफ़े के लालच में फंसे गए। ऐसे में इन्वेस्टमेंट करने वाले लोगों के कम्पनी में बचत खाते/आरडी, एफडी और दैनिक खाते खुलवाए। शुरुआती समय में कई लोगों को मुनाफा दिया गया, लेकिन 2 साल बाद जब करोड़ों रुपए जमा हुए तो वर्ष 2021 में अलग-अलग जनपदों में खोले गए ऑफिस को बंद कर कंपनी फरार हो गई।
STF की जांच पड़ताल में पता चला कि इस फर्जी चिटफंड कंपनी में ठगी का शिकार हुए अधिकांश ऐसे लोग हैं, जो गरीब तबके से जुड़े हैं। जो दैनिक कमाई का अपना हिस्सा जमा करते थे। इस मामले में कपिल देव राठी, पंकज गंभीर, अनिल रावत की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी है।