मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में अपराध को लेकर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा था, जिसका उन्होंने पत्र के माध्यम से ही जवाब दिया है। उपराज्यपाल ने बताया कि दिल्ली पुलिस की नियमित समीक्षा और निगरानी होती रहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपराध का राजनीतिकरण इन दिनों एक आदत बन गई है, बाकि इससे कोई समाधान नहीं निकलता है।
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पत्र में लिखा, “मैंने एक साल पहले जब पदग्रहण किया था तभी से दिल्ली में अपराध नियंत्रण मेरे टॉप एजेंडा में रहा है। आपको शायद इस बात की जानकारी न हो, क्योंकि आप और आपके कैबिनेट सहयोगी अक्सर उसके खिलाफ पब्लिक में बयानबाजी करते हैं, मैं नियमित रूप से दिल्ली पुलिस की निगरानी और समीक्षा करता हूं। पुलिस के साथ सप्ताह में दो बैठक होती है। स्पेशल सीपी के साथ साप्ताहिक बैठक और डीसीपी के साथ पाक्षिक बैठक मेरे शेड्यूल का हिस्सा है।”
इसके साथ ही एलजी विनय सक्सेना ने पत्र में लिखा, “2012 में एक दुर्भाग्यपूर्ण रेप का मुद्दा आपने तत्कालीन मुख्यमंत्री को राजनीतिक रूप से निशाना बनाने के लिए उठाया था। मीडिया गैलरी का फायदा उठाने और अपनी पार्टी के लिए राजनीतिक अवसर पैदा करने के बजाय समाधान निकालने को लेकर एक सार्थक चर्चा के लिए आप और आपकी कैबिनेट का मुझसे मुलाक़ात के प्रस्ताव का स्वागत है।” उपराज्यपाल ने अपने पत्र में हाल ही में हुईं घटनाएं श्रद्धा मर्डर केस और साक्षी मर्डर केस का भी जिक्र किया है। साथ ही कहा है कि इन घटनाओं ने न सिर्फ यह दिखाया है कि किस तरह अपराध की प्रकृति और अपराध की तरफ समाज के दृष्टिकोण में बदलाव आया है।
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने पत्र में यह भी लिखा कि अधिकतर अपराध में अपराधी 30 साल से कम उम्र के पाए गए हैं, जिन्होंने पहली बार वारदात को अंजाम दिया है। ऐसे में उपराज्यपाल ने सीएम अरविंद केजरीवाल को सुझाव दिया है कि आप और आपकी सरकार युवाओं और युवा पीढ़ी को शिक्षित करें और उनकी काउंसलिंग करें। इस पहल के लिए अन्य विभागों से मदद लेने की भी अपील की है।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीते दिन उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने दिल्ली में बढ़ते अपराध और हाल ही में हुई हत्याओं को लेकर चिंता जताई थी। साथ ही उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति पर उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ कैबिनेट बैठक का प्रस्ताव रखा था।