देश की राजधानी दिल्ली में नाबालिग बच्चियों से छेड़छाड़ और दुष्कर्म के मामले में सामने आते रहते हैं, लेकिन इस बार दिल्ली सरकार में सीनियर अफसर पर नाबालिग से दुष्कर्म का आरोप लगा है। जिसको लेकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई और गिरफ्तारी की मांग की गई। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की है। दिल्ली पुलिस ने पीड़ित लड़की की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। अधिकारी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराएं भी जोड़ी गईं हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग में तैनात डिप्टी डायरेक्टर को सस्पेंड करने के आदेश दिए हैं। इससे पहले दिल्ली पुलिस भी डिप्टी डायरेक्टर के घर पहुंची थी। डिप्टी डायरेक्टर पर अपने ही दोस्त की नाबालिग बेटी से कई महीनों तक दुष्कर्म करने का आरोप लगा है।
रविवार को दिल्ली पुलिस द्वारा बताया गया था कि दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के एक सीनियर अफसर पर अपने दोस्त की नाबालिग बेटी के साथ कई महीनों तक दुष्कर्म करने और उसे गर्भवती करने का मामला दर्ज करवाया गया है।
बतादें, नाबालिग बच्ची अपने पिता की मौत के बाद 1 अक्टूबर 2020 से दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के डिप्टी डायरेक्टर के घर पर ही रह रही थी। पुलिस के अनुसार, आरोपी अफसर ने नवंबर 2020 से जनवरी 2021 के बीच बच्ची से कई बार दुष्कर्म किया। पुलिस ने बताया कि नाबालिग बच्ची द्वारा मामले में शिकायत दर्ज करवाई गई है, जिसमें में अधिकारी की पत्नी का नाम भी शामिल है, अफसर की पत्नी पर गर्भपात करने के लिए दवा डालने का आरोप लगा है।
वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर सवाल पूछा है, कि दिल्ली में महिला एवं बाल विकास विभाग में उपनिदेशक पद पर बैठे एक सरकारी अफसर पर एक बच्ची के साथ यौन शोषण करने का आरोप लगा है। पुलिस ने अभी तक उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया है। उन्होंने कहा कि जिसका काम बेटियों की सुरक्षा देना है वही दरिंदा बन जाएगा तो बेटियां कहां जाएंगी। उन्होंने जल्द गिरफ्तार की मांग की है।