देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. पहली बार देश कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति का अद्भुत और अदम्य पराक्रमी कौशल देख रहा है. भव्य परेड में महिलाओं के शौर्य की झांकी देखकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है. सुबह सबसे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्तव्य पथ पर ध्वजारोहण कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस बार कार्यक्रम में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैंक्रों मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुर्मू और मैंक्रों का स्वागत किया. गणतंत्र दिवस पर पहली बार ‘नारी शक्ति’ का जलवा देखने को मिला.
‘नारी शक्ति’ की थीम के साथ आयोजित इस कार्यक्रम में चार MI-17 IV हेलीकॉप्टरों ने कर्तव्य पथ पर मौजूद दर्शकों पर फूलों की वर्षा की. राष्ट्रपति मुर्मू और फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैंक्रों ‘पारंपरिक बग्गी’ में सवार होकर कर्तव्य पथ पर पहुंचे. करीब 40 साल बाद यह परंपरा एक बार फिर शुरूकी गई .
#WATCH | The all-women Tri-Services contingent comprising Agniveers and regular recruits proudly marches down the Kartavya Path on #RepublicDay2024
This is the first time an all Tri-Services women soldiers contingent is marching on Kartavya Path pic.twitter.com/0s54JXZ3IF
— ANI (@ANI) January 26, 2024
समारोह के मुख्य अतिथि फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों रहे। परेड सुबह 10.30 बजे से कर्तव्य पथ पर विजय चौक से शुरू हुई, जो करीब 90 मिनट चली। परेड में कुल 25 झांकियां शामिल हुईं, जिनमें 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों, 9 मंत्रालयों और विभागों की झांकियां थीं, लेकिन इस बार गणतंत्र दिवस समारोह कई मायनों में खास रहा, जानिए इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में क्या-क्या पहली बार हुआ?
‘पहली बार शंख और नगाड़ा बजाकर शुरुआत’
पहली बार तीनों सेनाओं (जल, थल और नभ) का महिला दस्ता परेड में हिस्सा ले रहा है. 15 महिला पायलट भारतीय वायुसेना के फ्लाई-पास्ट का हिस्सा हैं. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी सिर्फ महिला कर्मी शामिल हैं. परेड की शुरुआत 100 से ज्यादा महिला कलाकारों ने पारंपरिक सैन्य बैंड की बजाय पहली बार शंख, नादस्वरम और नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाकर की. भारत के सशस्त्र बल मिसाइलों, ड्रोन जैमर, सर्वेलेंस सिस्टम, वाहन पर लगे मोर्टार और BMP-II पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों समेत स्वदेशी सैन्य हार्डवेयर का प्रदर्शन किया जा रहा है.
‘फ्रांस के भी बैंड और मार्चिंग दस्ते ने लिया हिस्सा’
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की. सुबह 10:30 बजे राष्ट्रपति मैंक्रों के साथ राष्ट्रपति मुर्मू ने परेड की सलामी ली. फ्रांसीसी सशस्त्र बलों का एक संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ता परेड में शामिल हुआ है, जो भारत और फ्रांस के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों को दर्शा रहा है.
#WATCH | India's 'Nari Shakti' on display as women soldiers march down the Kartavya Path on the 75th Republic Day pic.twitter.com/9HK3Q0otGo
— ANI (@ANI) January 26, 2024
‘झांकियों में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की झलक’
विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां परेड में हिस्सा बन रही हैं. केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की 9 झांकियां हैं. इन झांकियों में भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत झलक रही है. ये झांकियां कर्तव्य पथ पर ‘महिला सशक्तिकरण’ की थीम को साकार करेंगी. परेड में कुल 80 फीसदी महिलाएं हैं.
#WATCH | The #RepublicDay2024 tableau of Madhya Pradesh takes part in the parade.
The tableau portrays the 'Self-reliant and progressive; women of the state. pic.twitter.com/2XoU9TDJdN
— ANI (@ANI) January 26, 2024
‘परेड देखने के लिए पहुंचे लोग, कड़ा सुरक्षा पहरा’
करीब 77,000 दर्शकों को परेड देखने को मीली. यहां कमांडो की तैनाती की गई . कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करवाया गया . गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय राजधानी को सुरक्षा के घेरे में रखा गया . कर्तव्य पथ के आसपास सुरक्षा को किले में बदल दिया गया. शहरभर में 70,000 से ज्यादा कर्मी तैनात हैं. शहर में ट्रैफिक एडवाजरी जारी की गई . गुरुवार शाम 6 बजे से कर्तव्य पथ पर विजय चौक से इंडिया गेट तक किसी भी यातायात की अनुमति नहीं दी गई थी .
दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे
दिल्ली पुलिस के स्पेशल पुलिस कमिश्नर (सुरक्षा) दीपेंद्र पाठक और स्पेशल पुलिस कमिश्नर (कानून एवं व्यवस्था, जोन-2) मधुप तिवारी ने बताया कि करीब 50 हजार से ज्यादा लोग परेड देखने पहुंचे। 13 हजार स्पेशल गेस्ट बुलाए गए थे।
14 हजार पुलिस जवान, अर्ध-सैनिक बल और CRPF के जवान नभ, थल और जल से दिल्ली और गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा कर रहे थे। इस दौरान दिल्ली के सभी बॉर्डर सील रहे। इतनी कड़ी सुरक्षा रही कि परिंदा भी पर नहीं मार पाया।
गूगल ने बनाया स्पेशल डूडल
भारत के 75वें गणतंत्र दिवस पर गूगल ने स्पेशन डूडल बनाया है, जिसमें 3 अलग-अलग स्क्रीन्स पर परेड नजर आएगी। एक काला, एक सफेद टेलीविजन सेट है। एक रंगीन TV और एक मोबाइल फोन दिख रहा है। डूडल में गणतंत्र दिवस परेड का चित्रण हुआ है।
गणतंत्र दिवस 2024 परेड में यह सब पहली बार हुआ…
- पहली बार परेड शुरू होने से पहले शंखनाद हुआ। 100 महिलाओं ने शंख, ड्रम, पारंपरिक वाद्य यंत्र बजाकर परेड की शुरुआत की।
- पहली बार परेड में दिल्ली की महिला पुलिस कर्मियों का बैंड कॉन्टिजेंट शामिल हुआ, जिसकी अगुवाई एडिशनल DCP श्वेता के सुगाथन ने की, जो परेड को लीड करने वाली किरण बेदी के बाद दूसरी IPS अधिकारी बनीं।
- पहली बार आर्मी मेडिकल सर्विस की महिला अधिकारियों का कॉन्टिंजेंट परेड में दिखा, जिसकी अगुवाई आई सर्जन और पैराट्रूपर मेजर श्रृष्टि खुल्लर ने की।
- कर्तव्य पथ पर ‘अनंत सूत्र’ नामक प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें 18 राज्यों की 1900 साड़ियां प्रदर्शिति की गईं। यह प्रदर्शनी कर्तव्य पथ पर सड़क के दोनों तरफ लगाई गई थी।
- परेड में पहली बार सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPFs) के विभिन्न सुरक्षा बलों की महिला अधिकारियों का दल शामिल हुआ।
- बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF), सशस्त्र सीमा बल (SSB) की महिला कर्मियों का दल, बैंड और बाइक कॉन्टिजेंट भी शामिल हुआ।
- परेड में पहली बार BSF, CRPF और SSB की महिला अधिकारियों ने भी डेयरडेविल बाइकर्स की परेड में हिस्सा लिया। टीम ने 350 CC की रॉयल एनफील्ड बुलेट पर करतब दिखाए।
- परेड में पहली बार मिडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम (MRSAM) देखने को मिली, जिसे लेफ्टिनेंट सुमेधा तिवारी ने लीड किया। लेफ्टिनेंट अनन्या शर्मा और फ्लाइंग ऑफिसर आसमा शेख सुखोई-30 फाइटर जेट की पायलट बनकर शामिल हुईं।
- पहली बार गणतंत्र दिवस परेड में फ्रांस का 95 सदस्यों वाला दस्ता मार्च करते दिखा। 30 सदस्यों वाले मार्चिंग बैंड ने भी परेड में हिस्सा लिया। विदेशी दस्ते में 6 भारतीय भी नजर आए।
- भारतीय गणतंत्र दिवस की परेड में पहली बार फ्रांस की एयरफोर्स के राफेल जेट और मल्टी-रोल टैंकर ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट ने भी फ्लाई पास्ट किया।
- परेड में पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर बेस्ड झांकी देखने को मिली, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और IT मंत्रालय की थी।